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यहां छात्र रोज लगाते हैं मौत की छलांग, देखें पूरी खबर - betul news

भीमपुर मुख्यालय के पास पड़ने वाली नदी की पुरानी पुलिया तोड़ दी गई है. जिसके बाद स्कूली छात्र-छात्राएं नदी पर बने स्टॉप डेम के पिल्लरों पर से छलांग लगाकर नदी पार करने को मजबूर हैं.

यहां छात्र रोज लगाते हैं मौत की छलांग
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Published : Aug 3, 2019, 8:21 PM IST

बैतूल| जिले के भीमपुर मुख्यालय के पास पड़ने वाली नदी की पुरानी पुलिया तोड़ दी गई है. जिसके बाद स्कूली छात्र-छात्राएं नदी पर बने स्टॉप डेम के पिल्लरों पर से छलांग लगाकर नदी पार करने को मजबूर हैं. अपना भविष्य बनाने के लिए शिक्षा प्राप्त करने भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय के माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे बारिश होने पर रोजाना ही मौत की छलांग लगाते हैं.

भैसदेही से भीमपुर तक सड़क निर्माण करने वाली केसीसी कंपनी ने सड़क निर्माण के दौरान यहां बनी पुलिया को तोड़ दिया गया है. जिस पर नई पुलिया का निर्माण करना था, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी कंपनी ने पुलिया के निर्माण को पूरा नहीं किया. ग्रामीणों के आवागमन के लिए निर्माण कंपनी ने नदी पर पाईप लगाकर एक एप्रोच मार्ग भी बनाया था लेकिन पहली बारिश में वो भी बह गया. कभी-कभी तो हालात ऐसे हो जाते हैं की सुबह जान को जोखिम में डालकर स्कूल गए बच्चे घर वापसी के समय नदी में आई अचानक बाढ़ की वजह से घंटों नदी के किनारे बैठ कर बाढ़ के कम होने का इंतजार करते हैं.

यहां छात्र रोज लगाते हैं मौत की छलांग

भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय से 40 से 50 गांवों का सीधा सड़क संपर्क टूट जाने के बाद भी इस पुलिया को लेकर अभी तक प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. अगर हालात ऐसे ही रहते हैं तो पूरे वर्षा काल यहां से नदी पार करने वाले स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता है. वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ऐसे हालातों वाले क्षेत्र में स्कूल नहीं लगाने के सभी बीआरसी को निर्देश दिए गए हैं. बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा. बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई लापरवाही नजर आती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बैतूल| जिले के भीमपुर मुख्यालय के पास पड़ने वाली नदी की पुरानी पुलिया तोड़ दी गई है. जिसके बाद स्कूली छात्र-छात्राएं नदी पर बने स्टॉप डेम के पिल्लरों पर से छलांग लगाकर नदी पार करने को मजबूर हैं. अपना भविष्य बनाने के लिए शिक्षा प्राप्त करने भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय के माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे बारिश होने पर रोजाना ही मौत की छलांग लगाते हैं.

भैसदेही से भीमपुर तक सड़क निर्माण करने वाली केसीसी कंपनी ने सड़क निर्माण के दौरान यहां बनी पुलिया को तोड़ दिया गया है. जिस पर नई पुलिया का निर्माण करना था, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी कंपनी ने पुलिया के निर्माण को पूरा नहीं किया. ग्रामीणों के आवागमन के लिए निर्माण कंपनी ने नदी पर पाईप लगाकर एक एप्रोच मार्ग भी बनाया था लेकिन पहली बारिश में वो भी बह गया. कभी-कभी तो हालात ऐसे हो जाते हैं की सुबह जान को जोखिम में डालकर स्कूल गए बच्चे घर वापसी के समय नदी में आई अचानक बाढ़ की वजह से घंटों नदी के किनारे बैठ कर बाढ़ के कम होने का इंतजार करते हैं.

यहां छात्र रोज लगाते हैं मौत की छलांग

भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय से 40 से 50 गांवों का सीधा सड़क संपर्क टूट जाने के बाद भी इस पुलिया को लेकर अभी तक प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. अगर हालात ऐसे ही रहते हैं तो पूरे वर्षा काल यहां से नदी पार करने वाले स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर गुजरना पड़ता है. वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ऐसे हालातों वाले क्षेत्र में स्कूल नहीं लगाने के सभी बीआरसी को निर्देश दिए गए हैं. बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा. बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई लापरवाही नजर आती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:बैतूल ।।

इस नजारे को देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। ये नजारा बैतुल जिले के भीमपुर मुख्यालय के पास पड़ने वाली वाली नदी का है जहां स्कुली छात्र छात्राएं पुरानी पुलिया तोड़ दिए जाने के कारण अपनी जान को हथेली पर रख कर नदी पर बने स्टॉप डेम के पिल्लरों पर से छलांग लगाकर नदी पार करने को मजबूर है । अपना भविष्य बनाने के लिए शिक्षा प्राप्त करने भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय के माध्यमिक,हाई स्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल के बच्चे बारिश होने पर रोजाना ही मौत की छलांग लगाते है । Body:दरअसल भैसदेही से भीमपुर तक सड़क निर्माण करने वाली केसीसी कंपनी ने सड़क निर्माण के दौरान यहां बनी पुलिया को तोड़ दिया है।जिस पर नई पुलिया का निर्माण करना था लेकिन चार माह बीत जाने के बाद भी कंपनी ने नवीन पुलिया के निर्माण पूर्ण नही किया।ग्रामीणों के आवागमन के लिए निर्माण कंपनी ने नदी पर पाईप लगाकर एक एप्रोच मार्ग भी बनाया था लेकिन पहली बारिश में वो भी बह गया ।

जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा ब्लाक मुख्यालय पर तमाम जरूरत की सामग्री और शिक्षा के लिए पूर्ण रूप से निर्भर रहने वाले छिंदीखापा,जामुनढाणा और पानडोल के ग्रामीणों के साथ साथ स्कूली बच्चो को भी अपनी जान जोखिम में डालकर भुगतना पड़ रहा है। कभी कभी तो हालात ऐसे हो जाते है की सुबह जान को जोखिम में डालकर स्कूल गए बच्चे घर वापसी के समय नदी में आई अचानक बाढ़ की वजह से घंटो नदी के किनारे बैठ कर बाढ़ के कम होने का इंतजार करने के बाद बाढ़ कम होने पर देर शाम तक अपने घर पहुच पाते है ।

खास बात तो यह है भीमपुर ब्लॉक मुख्यालय से 40 से 50 गावो से सीधा सड़क संपर्क टूट जाने के बाद भी इस पुलिया को लेकर अभी तक भी प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नही उठाये गए है ।अगर हालात ऐसे ही रहते है तो पूरे वर्षा काल यहां से नदी पार करने वाले स्कुली बच्चो और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर यहां से गुजरना पड़ेगा जिससे भविष्य में कोई बड़ी जन हानि भी हो सकती है।Conclusion:खास बात तो यह है की 40 से 50 गावो से सीधा सड़क संपर्क टूट जाने के बाद भी इस पुलिया को लेकर अभी तक भी प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नही उठाये गए है ।अगर हालात ऐसे ही रहते है तो पूरे वर्षा काल यहां से नदी पार करने वाले स्कुली बच्चो और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर यहां से गुजरना पड़ेगा जिससे भविष्य में कोई बड़ी जन हानि भी हो सकती है।

वही विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ऐसे हालातो वाले क्षेत्र में स्कूल नही लगाने के सभी बीआरसी को निर्देश दिए गए है । बच्चो की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा बच्चो की सुरक्षा को लेकर कोइ लापरवाही नजर आते हैं तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी।जबकि कलेक्टर का कहना है कि उनकी जानकारी में मामला लाया गया है।वे स्थानीय स्तर पर व्यवस्था बनाने के प्रयास करेंगे।

बाईट -- अखलेश श्रीवास ( ग्रामीण )

बाईट-- आई डी बोड़खे ( डीपीसी, सर्व शिक्षा अभियान )

बाईट-- तेजस्वी एस नायक ( कलेक्टर )
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