बैतूल। सांसद दुर्गादास उइके द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार हुेतु रखे गए कई प्रस्तावों पर रेलवे ने सहमती दी है. आज रेल जोन मुंबई के तहत आने वाले संसदीय क्षेत्रों के सांसदों की बैठक में बैतूल-हरदा-हरसूद सांसद दुर्गादास उईके द्वारा रखे गए विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई है.
कोरोना महमारी के चलते डिजिटली इस बैठक में रेलवे जोन के अधिकारियों की ओर से सांसद दुर्गादास उइके को उनके कई प्रस्ताव मंजूर होने की जानकारी दी गई. सांसद उइके द्वारा रखे गए प्रस्तावों के क्रम में आमला में लोको शेड की खाली पड़ी 42.30 एकड़ भूमि पर सौर उर्जा प्लांट लगाने का प्रस्ताव पूर्व में दिया गया था. जिसके संबंध में रेलवे अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि उक्त प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा गया हैं, जहां सोलर प्लांट की स्थापना हेतु रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कंपनी (आरईएमसीएल) द्वारा निविदा एवं बिजली क्रय अनुबंध की प्रक्रिया की जा रही है.
आरईएमसीएल द्वारा 28 अगस्त को उक्त निविदाएं खोली जाएगी. इसी स्थान पर सांसद उइके द्वारा रेल नीर प्लांट स्थाइपित करने का प्रस्ताव भी रखा गया था. जिसके प्रतिउत्तर में रेलवे द्वारा बताया गया कि वर्तमान में भोपाल एवं बूटीबोरी में स्थापित रेल नीर प्लांट से आवश्यकता की पूर्ती हो जाती है, लेकिन फिर भी रेलवे द्वारा भविष्य के परिदृश्य में आवश्यकता होने पर विचार करने किया जाएगा. इसी प्रकार सांसद उइके ने आमला में ऑटोमेटिक टिकिट वेंडिंग मशीन जिस पर रेलवे द्वारा सहमती दी गई है. रेलवे ने अध्ययन कर विचार करने का आश्वासन दिया है. सांसद द्वारा रखे गए प्रस्ताव आमला के स्टेशन परिसर में पशुओं का प्रवेश रोकने हेतु केटल गार्ड (कैचर) लगाने का प्रस्ताव रखा गया था. जिस पर रेलवे ने मंजूरी देते हुए आमला के स्टेशन के दोनो छोर पर केटल गार्ड (कैचर) लगाने का कार्य अक्टूबर तक पूर्ण कर लेने की टाईम लिमिट भी तय की है.
इसी प्रकार आमला रेलवे कॉलोनी के पार्क का रखरखाव करने या नगरपालिका के हेंडओवर करने के प्रस्ताव पर रेलवे ने लॉकडाउन की परिस्थितियों के कारण पिछले कुछ समय से रखरखाव ना होने के बारे में जानकारी देते हुए शीघ्र ही इस पर ध्यान देने का आश्वन दिया है. रेलवे जोन के अधिकारियों के साथ आयोजित सांसदों की त्रेमासिक बैठक में सांसद दुर्गादास उइके द्वारा अपने क्षेत्र के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर कई यात्री ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग भी रेलवे के समक्ष रखी गई. प्रमुख रूप से अमरावती-मुंबई एक्सप्रेस को बैतूल-आमला स्टेशन से चलाने, आमला स्टेशन पर सिंकदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस एवं संघमित्रा एक्सप्रेस के स्टॉपेज, घोड़ाडोंगरी स्टेशन पर अमरावती-जबलपुर एक्सप्रेस एवं जयपुर-चेन्नई एक्सप्रेस (ग्रुप) सहित अन्य ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग रखी गई है.
पूर्व की बैठकों में ट्रेन स्टॉपेज की रखी गई मांगों पर रेलवे द्वारा अपेक्षित राजस्व ना मिलने के संबंध में दिए गए प्रतिउत्तर पर सांसद उइके ने कहा पुन: प्रस्ताव रखते हुए कहा कि मेरी राय है कि दिए गए प्रस्तावों पर पहले कुछ समय के लिए ही सही प्रायोगिक रूप से कार्रवाई की जानी चाहिए और तत्पश्चात अगर राजस्व प्राप्त ना हो तो फिर विचार किया जाना चाहिए.सांसद उइके द्वारा बैठक में रेलवे अधिकारियों के समक्ष रखे जिस पर बताया गया कि उक्त दोनों स्थानों पर राज्य सरकार के साथ साझा लागते के आधार पर आरओबी बनाने के कार्य प्रस्तावित हैं. राज्य सरकार से सांझा लागत की सहमति प्राप्त होने पर निर्माण कार्य किया गया है.