बैतूल। आमला में मंगल मूर्ति भगवान गणेश स्थापना पर भी इस बार कोरोना का असर दिखाई दे रहा है. वर्तमान में कोरोना महामारी से बचाव के चलते कलेक्टर ने इस संबंध में गणेश उत्सव के लिए नियम जारी किए हैं. तहसीलदार नीरज कालमेघ ने बताया कि 10 दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत इस महीने की 22 अगस्त से होगी.
इस समय हालातों को देखते हुए पूरे जिले में कहीं भी सार्वजनिक गणेश पंडालों को अनुमति नहीं दी जाएगी, जिससे कि लोग भीड़ से दूर रह सकें. इसके लिए कलेक्टर ने स्थानीय प्रशासन को नियम का पालन करने के निर्देश जारी किए हैं. शहर के सभी 18 वार्डों में गणेश उत्सव के दौरान करीब पचास जगह सार्वजनिक गणेश पंडाल बनाए जाते हैं, लेकिन इस बार कोरोना से बने हालातों को देखते हुए गणेश पंडालों को अनुमति नहीं मिल पाएगी. इस साल केवल घरों में ही लोग मंगलमूर्ति की स्थापना कर पूजा कर पाएंगे.
मूर्तिकारों को होगा नुकसान
इस बार सार्वजनिक गणेश पंडालों को अनुमति नहीं मिलने से शहर और आस-पास के करीब दो दर्जन से ज्यादा मूर्तिकारों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है. मूर्तिकार हर साल सार्वजनिक गणेश पंडालों के लिए विशाल मूर्तियों का निर्माण करते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अनुमति नहीं मिलने से मूर्तिकार इस साल बड़ी मूर्ति नहीं बना पाएंगे, ऐसे में मूर्तिकारों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा.