रतलाम: देश की राजधानी दिल्ली को आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण रेलमार्ग पर कवच 4.0 का इंस्टालेशन कार्य अंतिम दौर में है. रेलवे ने इसके लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी है. केंद्रीय बजट में रेलवे की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार 25 दिसंबर 2025 तक दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर कवच इंस्टॉलेशन पूर्ण कर लेने की डेडलाइन रखी गई है. रेल मंत्री खुद इन रेलमार्गों पर कवच 4.0 के ट्रायल का निरीक्षण भी कर चुके हैं.
पश्चिम रेलवे के रतलाम, बड़ौदा और मुंबई रेल मंडल में भी 789 किमी में से कुल 405 किमी के लिए कवच 4.0 इंस्टॉलेशन के बाद लोको परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए हैं. पश्चिम रेलवे में 60 लोको को इस तकनीक से लैस कर दिया गया है. रेलवे द्वारा दी गई डेट लाइन के अनुसार इस साल के अंत तक 1385 किलोमीटर का यह रेल मार्ग कवच की सुरक्षा से लैस हो जाएगा.
![DELHI MUMBAI RAILWAY LINE](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/kavach40deadline_06022025195241_0602f_1738851761_756.jpg)
ट्रेनों की बढ़ेगी गति, रुकेगी दुर्घटना
दरअसल, पूर्ण रूप से स्वदेशी सुरक्षा प्रणाली कवच 4.0 सुरक्षा एवं ट्रेनों के टकराव रोकने की क्षमता प्रदान करता है. यह तकनीक रेल दुर्घटना रोकने में सहायक होगी ही, साथ में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने और सिग्नल पासिंग एट डेंजर की स्थिति की रोकथाम करने में भी कारगर साबित होगी. इस तकनीक से ट्रेनों के आमने-सामने, पीछे से और साइड से टकराव की स्थिति का पता लगाना और उस स्थिति को रोकना कवच की मुख्य विशेषता है.
विजिबिलिटी में लोको पायलट को मिलेगी मदद
कोहरे और लो विजिबिलिटी की स्थिति में भी यह प्रणाली लोको पायलट को ट्रेन का संचालन करने में मदद करती है. देश के दो महत्वपूर्ण रेल मार्गों पर इसके इंस्टॉलेशन का कार्य तेज गति से चल रहा है. पहले रेलवे ने मार्च 2025 इसकी समय सीमा तक की थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 25 दिसंबर 2025 कर दिया गया है. रतलाम रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा बजट में जारी रेलवे की कवच 4.0 की जानकारी प्रेस नोट में जारी की गई है.
बहरहाल दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर इस साल के अंत में ही यात्री कवच 4.0 की सुरक्षा में आरामदायक एवं कम समय में दिल्ली मुंबई का सफर कर सकेंगे. साथ ही मिशन रफ्तार अंतर्गत इस रूट पर यात्री गाड़ियों को 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से भी चलाया जा सकेगा.