बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील के डब्ल्यूसीएल पाथाखेड़ा की खदानों में चोरी की वारदात थमने का नाम नहीं ले रही. आए दिन किसी ना किसी खदान में चोरी की घटना हो रही है, जिससे खदान की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि वेकोलि सुरक्षा विभाग और कोल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा को लेकर किए गए इंतजामों के बाद चोरी की घटनाओं में कुछ कमी जरूर आई है. लेकिन वारदातें थम नहीं रही.
खदान के भीतर होने वाली चोरी की घटनाओं में ठेका मजदूरों की संलिप्तता भी सामने आई है. ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि गुरुवार द्वितीय पाली में कार्य पर गए दो ठेका मजदूरों के पास से डब्ल्यूसीएल सुरक्षा गार्ड ने करीब 20 किलो कॉपर जब्त किया है, जिसकी कीमत 20 हजार रुपए आंकी जा रही है. खदान में काम करने वाले ठेका मजदूरों के चोरी में संलिप्त होने की घटना ने डब्ल्यूसीएल प्रबंधन की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
घोड़ाडोंगरी तहसील के पाथाखेड़ा क्षेत्र की सभी 6 खदानों में ठेका मजदूरों से कार्य कराया जाता है. सभी खदानों में कई बार वारदातें हुई हैं, जिसमें यह भी सामने आया है कि भूमिगत खदानों में कीमती सामान कहां रखा रहता है. इसकी जानकारी चोरों तक कैसे पहुंचती है. इसको लेकर सुरक्षा विभाग और कोल प्रबंधन काफी दिनों से सतर्क था. लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. अब दो मजदूरों को रंगे हाथ पकड़ने से प्रबंधन इस बात का पता लगा रही है कि ठेका मजदूरों के कार्य पर कहां-कहां रखे कीमती सामान की चोरी हुए हैं. ठेका मजदूरों के चोरी में शामिल होने की घटना सामने आने के बाद ठेकेदार को खदान प्रबंधन ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. सब कुछ ठीक रहा तो नुकसान की भरपाई भी कराई जा सकती है.
इनका कहना है-
परसों रात में छतरपुर-1 खदान में कार्य कर लौट रहे दो मजदूरों के पास 20 किलोग्राम कॉपर मिला है. पूछताछ के बाद दोनों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया है. ठेकेदार को नोटिस देकर जवाब मांगा है.
राकेश सरियाम चौकी प्रभारी पाथाखेड़ा ने बताया कि खदान में कार्य कर बाहर आ रहे दो मजदूरों के पास से 20 किलोग्राम कापर जप्त किया है. जिसकी कीमत 20 हजार रुपए है. कैलाश बिंझाड़े और जगदीश आकोले के खिलाफ धारा 547, 380 का प्रकरण दर्ज किया है. खदान में होने वाली चोरी की वारदातों में कुछ ठेका मजदूरों की संलिप्ता से इंकार नहीं किया जा सकता.