बैतूल। बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील में एक ऐसा अनोखा गांव है, जहां घर की पहचान मुखिया के नाम से नहीं, बल्कि बेटियों के नाम से होती है. बेटियों के सम्मान की यह मुहिम ग्राम कान्हावाड़ी में शुरू की गई है. जहां घरों मेंं बेटी के नाम की प्लेट्स लगाई गई है.
घोड़ाडोंगरी तहसील के ग्राम कान्हावाड़ी के 70 घरों में बेटियों के नाम की प्लेट लगाई गई है. बेटियों को सम्मान और पहचान देने के एक अभियान के तहत यह किया गया है. स्वयंसेवी अनिल यादव ने इस अभियान की शुरूआत अपने घर से की है. उन्होंने गांव के अन्य लोगों को भी ‘डिजिटल इंडिया विद लाडो' अभियान के तहत उनकी बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाने के लिए प्रोत्साहित किया.
अभियान की शुरुआत करने वाले अनिल यादव ने बताया कि घोड़ाडोंगरी तहसील के ग्राम कान्हावाड़ी में डिजिटल इंडिया विथ लाडो अभियान के तहत 70 घरों में बेटियों के नाम की नेम प्लेट भेंट की गई है.
घोड़ाडोंगरी तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा द्वारा गांव के घरों में बेटी की नेमप्लेट लगाई गई है. इस अवसर पर अभियान की प्रशंसा की गई और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाए गए.