जबलपुर/ बैतूल/ सतना। जबलपुर में बुधवार रात करीब एक घंटे तक हुई तेज बारिश से शहर की सड़कें लबालब हो गईं. निकासी के अभाव में निचली बस्तियों में पानी भर गया. लोगों को घरों में घुसे पानी को निकालने के लिए खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा. सड़क पर भरे पानी में से वाहनचालकों का निकलना मुश्किल हो गया. इस बारिश ने जबलपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोलकर रख दी.
जबलपुर में एक घंटे में 5 इंच बारिश : झमाझम बारिश से शहर में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आया. एक घंटे तक हुई बारिश से करीब पांच इंच से अधिक बारिश होने का अनुमान है. भारी बारिश के कारण सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया. नगर निगम, सिविक सेंटर, मालवीय चौक के सामने मुख्य सड़क पर कमर तक पानी भर गया. इस कारण यहां पर स्थित दुकानों में भी पानी घुस गया. शहर के निचले इलाकों में हालात खराब हो गए. बारिश से गढ़ा, गंगानगर, नव निवेश कॉलोनी, गंजीपुरा सहित अन्य निचली बस्ती में पानी घुस गया. नव निवेश कॉलोनी में रहने वाली पुष्पा बाई का कहना है कि कॉलोनी की दूसरी ओर एक बिल्डर द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से कब्जा कर अतिक्रमण किया गया. इस कारण हल्की बारिश के कारण ही उनके घरों में पानी घुस गया, जिससे घर में रखा सामान और खाने पीने की वस्तुएं भी खराब हो गईं.
बैतूल में हुई ढाई इंच बारिश : बैतूल में मानसून की पहली झमाझम बारिश हुई. ढाई इंच बारिश का अनुमान है. बैतूल सहित जिले के अधिकांश क्षेत्रों में गुरुवार रात से ही अच्छी बारिश हो रही है. जिले के शाहपुर, मुलताई ब्लॉक में भी एक-एक इंच बारिश हुई. बारिश होने से सूखे पड़े जल स्रोतों की प्यास बुझ गई है. शहर की लाइफ लाइन माचना नदी में भी अच्छा खासा पानी आ चुका है. किसानों के चेहरे भी इस बारिश ने खिला दिए हैं. बैतूल में बुधवार रात से गुरुवार सुबह 8 बजे तक 63.2 मिलीमीटर (ढाई इंच) बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है. जिले के शाहपुर में 27 मिलीमीटर, मुलताई में 24.6 मिलीमीटर और प्रभातपट्टन में 11.4 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसके अलावा घोड़ाडोंगरी में 6, आमला में 9, भैंसदेही में 6 और आठनेर में 4 मिलीमीटर बारिश हुई है. चिचोली और भीमपुर ब्लॉक में बारिश नहीं हुई.
सतपुड़ा डैम के गेट खोले : सतपुड़ा जलाशय सारनी 15 दिन की बरसात में भर गया है. डेम का लेवल मेंटेन करने 7 गेट 1-1 फ़ीट की ऊंचाई पर खोल दिए गए हैं. इससे प्रति सेकंड तवा नदी में 5 हजार 860 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. डेम का लेवल फिलहाल 1429.50 फ़ीट है, जबकि डैम की जल भरण क्षमता 1433 फीट है. यह लेवल 15 सितंबर को मेंटेन किया जाता है. सतपुड़ा डैम के गेट खोलने की सूचना मिलते ही मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी सारणी के मुख्य अभियंता आरके गुप्ता और अतिरिक्त मुख्य अभियंता सिविल शैलेंद्र वागद्रे डैम पहुंचे.
MP Monsoon Forecast: प्रदेश के कई जिलों में हुई झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
सतना में बारिश का पानी घरों-दुकानों में घुसा : सतना जिले के अधिकांश जगहों पर बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी. नाले- नालियों का पानी सड़कों पर आने से दुकानों एवं घरों में घुस गया. भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट, बिरसिंहपुर, मझगवां सहित अन्य जगहों पर बारिश का कहर देखने को मिला. जिले के बिरसिंहपुर और चित्रकूट में नाले एवं नालियों का पानी सड़कों पर आकर घरों एवं दुकानों में घुस गया. शिकायतें मिलने के बाद प्रशासन जागा और जेसीबी एवं कर्मचारियों के माध्यम से पानी निकासी की व्यवस्था में जुट गया. (Heavy rain in many districts of MP) (Roads in Jabalpur flooded) (Water entered houses and shops)