बैतूल। आमला ब्लॉक में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी होने का नाम नहीं ले रही है. बीते 4 दिनों में ही सौ से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. शुक्रवार को भी 25 नए मामले सामने आए हैं तो वहीं ब्लॉक में 4 मरीजों की मौत हो गई. सभी मृतकों का कोरोना प्रोटोकॉल अनुसार अंतिम संस्कार करा दिया गया है. इसके अलावा चार गंभीर मरीजों को भोपाल के लिए रिफर कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को ब्लॉक में 25 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही अब प्रतिदिन सैंपलिंग भी बढ़ा दी गई है. शुक्रवार को 55 लोगों के सैंपल लिए गए हैं. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन खत्म हो जाने से वैक्सीन लगवाने पहुंचे कई लोगों को निराश ही वापस लौटना पड़ा है.
- हॉस्पिटल नहीं जा रहे सामान्य मरीज
इलाके में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हालात यह हो गए हैं कि खौफ के चलते सामान्य मरीजों ने अब सरकारी हॉस्पिटल से तौबा कर ली है. सामान्य दिनों में जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी 3 सौ के पार हुआ करती थी, वो घटकर अब महज 30 से 40 रह गई है. 60 फ़ीसदी से ज्यादा सामान्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों ने कोरोना काल में अस्पताल आना बंद कर दिया है. शुक्रवार को सामान्य बीमारियों के सिर्फ 26 लोग ही अस्पताल पहुंचे. इस बारे में पड़ताल करने पर पता चला कि ज्यादातर लोग इस बात से डरे हुए हैं कि, अस्पताल में मरीजों का सैंपल लिया जा सकता है.
अशोकनगर में कोरोना कहर, 17 से 25 अप्रैल तक रहेगा कोरोना कर्फ्यू
ओपीडी में आ रहे हैं कोरोना के ज्यादा मरीज
जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य केंद्र आमला में इन दिनों कोरोना काल में दो अलग-अलग ओपीडी बनाई गई है. जिसमें एक तरफ सामान्य तो दूसरी तरफ कोरोना से जुड़े लक्षणों वाले मरीजों को लिया जा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार लगभग दोनों ओपीडी पर कोरोना के प्राथमिक लक्षण वाले मरीज ही आ रहे हैं. जिन मरीजों में ज्यादा कोरोना के लक्षण जैसे तेज सिर दर्द सर्दी खांसी बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत है, उनका सैंपल लिया जा रहा है लेकिन लोगों में खौफ इतना है कि ज्यादातर लोगों ने अस्पताल आना ही बंद कर दिया है.