उज्जैन: महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से ठगी के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने गिरोह के 6 अन्य सदस्यों के नाम उजागर किए हैं. पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की बात कही है. महाकाल थाना पुलिस ने 4 दिन पहले इस मामले में प्रकरण दर्ज किया था. प्राथमिक जांच उज्जैन कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम द्वारा कराई गई थी. इसके बाद पुलिस ने ठगी के आरोप में राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे को गिरफ्तार किया था.
6 और आरोपियों का नाम आया सामने
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि "ठगी के मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. उनसे पूछताछ और डिजिटल सबूतों के आधार पर 6 और संदिग्ध आरोपियों के नामों का खुलासा हुआ है, जो अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिसोदिया, मंदिर आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, भस्मारती प्रभारी रितेश शर्मा और क्रिस्टल कंपनी के दो सुरक्षाकर्मी हैं. पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के व्हाट्सएप चैट और यूपीआई लेनदेन को डिजिटल साक्ष्य के तौर पर जब्त किया है. इन सबूतों के आधार पर अन्य संदिग्धों की गतिविधियों की जांच की जा रही है."
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सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर की जाएगी पूछताछ
उज्जैन एसपी ने आगे बताया कि "मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. जिन 6 नए आरोपियों के नाम सामने आए हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी. इसके अलावा, अन्य संभावित संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है." इस गिरोह पर उत्तर प्रदेश और गुजरात के श्रद्धालुओं से दर्शन कराने और अन्य सेवाओं के नाम पर ठगी का आरोप है. साथ ही इसमें मंदिर की प्रोटोकॉल और आईटी सेल के कर्मियों की मिलीभगत भी सामने आई है.