बैतूल। जिले में वन विभाग से मजदूरी नहीं मिलने पर देर रात मजदूर परिवारवालों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए, जहां ठंड में परेशान हो रहे मजदूरों की जानकारी लगते ही महिला डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे मौके पर पहुंची. इस दौरान वह भी कड़ाके की ठंड में मजदूरों के साथ बैठी रही. हालांकि, उनके कहने पर वन विभाग ने मजदूरों को बकाया भुगतान भी किया.
दरअसल, कटनी जिले के मजदूर बैतूल में काम करने आए थे. वन विभाग ने इन्हें सालबर्डी बीट के जंगल में पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदने का कार्य दिया था. इन मजदूरों में से 28 मजदूरों का एक लाख 96 हजार रुपये की मजदूरी का भुगतान वन विभाग नहीं दे रहा था. इसको लेकर परेशान मजदूर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां अपने परिवारवालों के साथ धरने पर बैठ गए, जिसके बाद कलेक्टर राकेश सिंह ने मामला डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को सौंप दिया.
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ठंड में परेशान मजदूरों से बात की. साथ ही उनके बच्चों को बिस्किट और चॉकलेट भी खिलाएं. वहीं उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से बात कर परेशान मजदूरों को जल्द से जल्द भुगतान करने के लिए कहा.
वन विभाग की टीम देर रात तक कलेक्ट्रेट पहुंची, जिसके बाद मजदूरों को बकाया भुगतान किया गया. दूसरी तरफ डिप्टी कलेक्टर ने वन विभाग से भुगतान नहीं करने के पीछे का कारण पूछा, जिसको लेकर वन विभाग का कहना था कि जिस साइज में इन मजदूरों को गड्ढे खोदने थे, उस साइज में गड्ढे नहीं खोदे गए.