बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील में दरिंदगी की शिकार हुई 13 वर्षीय नाबालिग बेटी नागपुर मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है. पांच डॉक्टरों की टीम द्वारा लगातार इलाज के बावजूद हालत में कुछ ज्यादा सुधार नहीं आया है. पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी है. परिजन इलाज के लिए दिल्ली एम्स रेफर करने की बात कह रहे हैं. इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा के वरिष्ठ नेता जगन्नाथ डहेरिया के मोबाइल से पीड़ित परिवार से बात की. मुख्यमंत्री ने अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज कराने और अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन पीड़िता के परिजनों को दिया है.
इलाज में नहीं आने देंगे कोई कमी- मुख्यमंत्री
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा अपराधी को नहीं छोड़ेंगे. बेटी स्वस्थ्य हो, इसकी पूरी व्यवस्था कर रहे हैं. अपराधी को फांसी की सजा हो, इसकी पूरी कोशिश कर रहे हैं. पीड़ित के पिता और बड़ी बेटी ने मुख्यमंत्री से एम्स दिल्ली में इलाज की बात कही है. जिस पर सीएम शिवराज ने कहा कि आज ही डॉक्टरों से बात की है. एक बार दोबारा डॉक्टरों से सलाह ले लेते हैं, जैसा डॉक्टर कहेंगे, वैसा ही करेंगे. पीड़िता के पिता ने कहा अपराधी को ऐसी सजा हो कि कभी कोई इस तरह का अपराध करने से पहले पचास बार सोचे. पीड़िता की बड़ी बहन ने भी सीएम से मोबाइल पर बात कर आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है.
पांचवें दिन दिखा जन आक्रोश
रोंगटे खड़ी कर देने वाली घटना के पांचवें दिन नगरीय क्षेत्र में आसपास के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रवासियों का आक्रोश दिखा. हवाई पट्टी पर सुबह 10 से दोपहर 12 तक सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष और बच्चें विरोध के लिए एकत्रित हुए. इसके बाद रैली प्रारंभ हुई, जिसमें राजनीतिक दल, सामाजिक संगठनों के अलावा आम नागरिकों की भीड़ ने उपस्थित होकर दरिंदगी के खिलाफ जन आक्रोश प्रकट किया. वहीं आदिवासी संगठन की रैली, प्रदर्शन में भी जनआक्रोश देखते ही बन रहा था. महिला और बच्चों ने दुष्कर्म के आरोपी के पुतले में लात, जूते की बौछार कर अपना विरोध जताया.
क्या थी घटना
दरअसल घोड़ाडोंगरी तहसील ग्राम के एक खेत में सोमवार देर शाम गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा 13 वर्षीय नाबालिग से रेप कर उसे मरा समझकर जिंदा दफना दिया. जिसके बाद परिजन नाबालिग को ढूंढते हुए खेत में पहुंचे. परिजनों को पत्थरों और झाडिय़ों के नीचे करहाने की आवाज सुनाई दी. इस पर उन्होंने पत्थर हटाए, जहां लहूलुहान 13 वर्षीय थी. जिसे तत्काल घोड़ाडोंगरी अस्पताल में भर्ती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद पीड़िता को जिला अस्पताल रेफर किया गया.
आरोपी को भेजा जेल
मंगलवार अल सुबह बैतूल से इलाज के लिए उसे नागपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. जहां पीड़िता का इलाज चल रहा है. यह जानकारी पीड़िता के परिजनों व रिश्तेदारों द्वारा दी गई है. पीड़िता के बयान के बाद घटना दिनांक को ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया. दूसरे दिन न्यायालय में पेश कर जेल भी भेज दिया गया. बच्ची की हालत में सुधार नहीं आने पर जनआक्रोश पनप रहा है और आरोपी को फांसी देने के लिए लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार देर शाम विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे ने भोपाल से लौटते समय पीड़िता के घर पहुंचकर हर संभव मदद और सरकारी इलाज का भरोसा दिलाया है. वहीं शुक्रवार दोपहर सांसद डीडी उइके समेत भाजपा नेताओं ने भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया है.