बैतूल। फर्जी एनओसी बनाकर वाहन बेचे जाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, महिन्द्रा फाइनेंस के कर्ताधर्ताओं ने 11 वाहन फर्जी एनओसी बनाकर बेच दिए हैं. इस मामले में 4 वाहन बरामद हो चुके हैं, जबकि 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कंपनी के एरिया मैनेजर ने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. फिलहाल, पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
महिन्द्रा कंपनी के मैनेजर ने दर्ज कराई शिकायत
दरअसल, गंज पुलिस ने बताया कि महिन्द्रा कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर चार बोलेरो वाहन जब्त कर आगे की कार्रवाई की गई. बता दें कि महिंद्रा कंपनी में होने वाला ये फर्जीवाड़ा नया नहीं है. ये फर्जीवाड़ा पिछले 6 वर्षों से लगातार जारी है. फर्जी एनओसी बनाकर फर्जी डॉक्यूमेंट लगाकर गाड़ी किसी और को बेचने के मामले में पुलिस ने इससे पहले भी वाहन जब्त किए थे, दरअसल बैतूल के ही रहने वाले कुछ लोग ऐसे वाहनों पर नजर रखते थे, जिसकी 2 या 3 किस्तें ड्यू हो जाती थीं. ऐसे वाहनों को सीज कर अज्ञात स्थान पर खड़ा कर दिया जाता था और बाद में इसनी फर्जी एनओसी बनाकर बेच दिया जाता था.
अब तक 11 गाड़ी फर्जी तरीके से बेची गईं
महिंद्रा फाइनेंस के एरिया मैनेजर यदुनंदन शर्मा ने पुलिस को बताया कि कुछ वाहन मालिक समय पर कि़स्त नही दे रहे थे. जब कंपनी द्वारा जांच की गई तो वाहन किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड दिखाई दे रहे हैं, जिसमे 6 गाडियां फिलहाल मिली है. जिसकी शिकायत गंज थाने में कई गई है. एरिया मैनेजर ने बताया कि फर्जी एनओसी बनाकर गाड़ी किसी और को बेचने में आरटीओ के कुछ एजेंटों की मिली भगत नजर आ रही है. ये लोग फर्जी एनओसी बनाने में मदद कर रहे है. यह फर्जी वाड़ा करीब 6 सालों से चल रहा है अभी तक 11 गाड़ी फर्जी तरीके से बेची गई है.
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आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
इस पूरे एएसआई जुगलकिशोर ने बताया कि महिंद्रा फाइनेंस कंपनी के मैनेजर यदुनंदन शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी, कि महिंद्रा फाइनेंस से मोहम्मद आफताब खान, राजेश बुंदेला, जितेंद्र ठाकुर, शेख सज्जू और नवीन ठाकुर ने साजिश रचकर फर्जी एनओसी तैयार कर 4 बोलेरो वाहन बेचे दिए, लेकिन कंपनी में पैसा जमा नहीं कराया गया था. जिन पर. फिलहाल, आरोपियों से चार वाहन जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.