बैतूल। बैतूल जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोड़ाडोंगरी में गुरुवार को बीएमओ संजीव शर्मा की उपस्थिति में विश्व मच्छर दिवस पर एएनएम एमपीडब्ल्यू सुपरवाइजर की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें बाकुड़ उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेलोड रोझड़ा सहित अन्य गांव में संस्थागत प्रसव सुविधाओं का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए 6 सदस्य दल का गठन किया गया.
बीएमओ संजीव शर्मा ने कहा कि बाकुड़ उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत निर्धारित मानक से अधिक प्रसव घर पर हो रहे हैं, जो चिंता का विषय है. उन्होंने छह सदस्यीय दल का गठन किया जो सप्ताह में 2 दिन क्षेत्र का भ्रमण करेंगे और नागरिकों के बीच स्वास्थ्य सुविधा उपयोग करने को लेकर जागरूक करेंगे. उन्होंने बैठक में निर्देशित किया कि आने वाले समय में मौसमी बीमारी डेंगू मलेरिया आदि के फैलने की संभावनाएं ज्यादा है. इसलिए अभी से घर-घर जाकर लार्वा सर्वे, फीवर सर्वे कर मरीजों का पता लगाकर आवश्यक उपचार देना है. उन्होंने एनएम को निर्देशित किया कि पूर्व में वितरित की गई मच्छर रोधी मच्छरदानी का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए और सर्दी जुकाम के मरीजों को आवश्यक इलाज मुहैया कराए जाए और कोरोना सैंपल के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोड़ाडोंगरी लाएं.
बीएमओ संजीव शर्मा ने निर्देशित किया कि लार्वा नष्ट करने के लिए अभियान चलाएं और ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्त्रोतों में गम बुसिया मछली छोड़े. ग्रामीणों से अपील करें कि अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, रूके हुए पानी की निकासी करें, जहां निकासी संभव न हो, वहां पर्याप्त मात्रा में मिट्टी का तेल या जला आयल छिड़के जिससे पानी की सतह पर तेल की परत बन जाए. घर के आसपास के गढ्ढों को मिट्टी से भर दें ताकि इनमें पानी जमा न हो. मच्छरों से बचने के लिए घर के खिड़की दरवाजों में मच्छररोधी जाली लगवाएं, शाम के समय नीम की पत्तियों का धुआं करें, फुल बाहें के कपड़े पहनें, सोते समय मच्छरदानी लगाएं. वहीं बैठक में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे.