बैतूल। भैंसदेही के वन विभाग कार्यालय में काले हिरण का एक बच्चा मस्ती में कुलाचे भर रहा है. पिछले एक माह से वन विभाग कार्यालय में इसकी देखरेख इंसान के बच्चे की तरह वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कर रहे हैं. वन विभाग का एक कर्मचारी गुलाब इंगले स्थाई रूप से इसकी देखरेख में जुटा है. काले हिरण के इस बच्चे को वन विभाग द्वारा सुबह एवं शाम एक 1 लीटर दूध पीने के लिए दिया जाता है. साथ ही उसे जंगल में मिलने वाले चारे को भी देने का कार्य वन विभाग कर रहा है.
जंगल में छोड़ने का किया प्रयास : काले हिरण का बच्चा पलशाय के जंगल में बकरियों के झुंड में आ गया था, जिसकी सूचना बकरी चराने वाले किसान ने वन विभाग के आला अधिकारियों को दी. आला अधिकारियों ने इस काले हिरण के बच्चे को सुरक्षित किसान के पास से लाकर उसका पहले इलाज कराया. इलाज के दौरान उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ने का फैसला भी लिया गया. लेकिन जंगल में काले हिरण का झुंड नहीं मिलने के कारण आखिर कार्यालय में ही सुरक्षित रखकर पालने का काम किया जा रहा है.
नौरादेही में बाघों की तीसरी पीढ़ी की आमद, दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई N-112 बाघिन
रोजाना एक लीटर दूध पिलाते हैं : अब इस काले हिरण के बच्चे को भोपाल के वन विहार में छोड़ने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. वन परिक्षेत्र अधिकारी अमित सिंह चौहान ने बताया कि काले हिरण के बच्चे को हमारे कर्मचारी द्वारा रोजाना सुबह-शाम एक 1 लीटर दूध दिया जाता है और दूध भी उस बच्चे को निप्पल से पिलाने का कार्य करते हैं ताकि उसे यह ना महसूस हो कि वह अपने परिवार से और अपनी मां से बिछड़ गया है. पिछले एक माह से हम उसे एक इंसान के बच्चे की तरह पालने का कार्य कर रहे हैं. (Blackbuck child reached the village) Blackbuck child care by forest department)