बैतूल। प्रभात पट्टन ब्लाक की ग्राम पंचायत सेंदूरझना के सरपंच को लगातार तीन माह से पंचायत मुख्यालय में अनुपस्थित रहकर भोपाल में निवास करना महंगा साबित हुआ है. इस लापरवाही के चलते कलेक्टर ने प्रधान प्रशासकीय समिति ग्राम पंचायत सेंदुरझना को पद से पृथक करने के आदेश जारी किए हैं.
प्रभात पट्टन ब्लॉक की ग्राम पंचायत सेंदूरझना के सरपंच गिरीश निरापुरे के खिलाफ ग्रामीणों ने जनपद पंचायत प्रभात पट्टन के सीईओ को बीते 30 मई को शिकायत सौंपी थी. ग्रामीणों ने शिकायत में बताया था कि गिरीश निरापुरे बीते तीन माह से पंचायत मुख्यालय से नदारद रह कर भोपाल में निवास कर रहे हैं.
शिकायत की जांच खंड पंचायत अधिकारी प्रभात पट्टन द्वारा बीते 2 जून 2020 को की गई जांच के दौरान शिकायत सही पाए जाने पर जांच प्रतिवेदन सीईओ जनपद पंचायत प्रभात पट्टन को सौंपा. जनपद पंचायत प्रभात पट्टन के सीईओ ने बीते 3 माह से निरापुरे के ग्राम पंचायत मुख्यालय में अनुपस्थित रहने के कारण ग्राम पंचायत के समस्त कार्य और कोविड-19 महामारी की रोकथाम के साथ प्रवासी मजदूरों की यथोचित व्यवस्था का कार्य प्रभावित होने के चलते निरापुरे को प्रधान के पद से पृथक किए जाने की अनुशंसा की थी.
इस संबंध में कलेक्टर ने 25 जुलाई 2020 को निरापुरे को कारण बताओ नोटिस जारी कर 6 अगस्त को कार्यालय में उपस्थित होकर जवाब देने के निर्देश दिए थे. निरापुरे ने प्रस्तुत जवाब में कोरोना लॉकडाउन अवधि में 20 मार्च को भोपाल जाने की जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी पत्नी हमीदिया अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है. निरापुरे ने जवाब में पत्नी की ड्यूटी कोविड-19 में लगने के कारण 3 वर्ष के बच्चे की देखभाल के लिए भोपाल में रुकने की जानकारी दी थी. निरापुरे के जवाब पर जनपद पंचायत प्रभात पट्टन के सीईओ ने दिए गए अभिमत में जवाब पर असहमति जताई थी.
सीईओ के अभिमत सहित अन्य बिंदुओं के परीक्षण के बाद कलेक्टर राकेश सिंह ने सीईओ जनपद पंचायत प्रभात पट्टन से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार गिरीश निरापुरे द्वारा दायित्व निर्वहन में लगातार बरती जा रही निष्क्रियता के कारण प्रधान प्रशासकीय समिति ग्राम पंचायत सेंदूरझना के पद से पृथक करने के आदेश जारी किए हैं.