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बैतूल के पाथाखेड़ा स्थित डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर, 2 कामगारों की मौत, एक गंभीर घायल

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Published : May 14, 2022, 12:03 PM IST

वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (WCL)की पाथाखेड़ा में स्थित तवा-1 कोयला खदान में शुक्रवार रात हुए हादसे में दो कामगारों की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया. इसमें 30 वर्षीय चैतराम वरकड़े डब्ल्यूसीएल कर्मी था, जबकि भोला ठेका मजदूर था. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. सुनील के दाहिने पैर में गंभीर चोट लगी है. हादसा बगडोना क्रॉस कट 57 लेवल में सपोर्ट लगाते समय हुआ. हादसा मुहाने से भूमिगत खदान में करीब 3 किलोमीटर दूर हुआ. यहां डेवलपमेंट का काम चल रहा है. ये हादसा रूफ वोल्टिंग की खराब गुणवत्ता की वजह से हो सकता है. (Accident in mine of WCL) (Two workers died and one injured)

Accident in mine of WCL
डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर

बैतूल। खदान में हादसा होते ही पाथाखेड़ा क्षेत्र के अलावा डब्ल्यूसीएल और कोल इंडिया में हड़कंप मच गया. यूनियन नेता व कोल कर्मी खदान और अस्पताल की ओर दौड़ पड़े. देखते ही देखते देर रात तक अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इसी बीच सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुँच गया. प्रबंधन ने भी अस्पताल की ओर रुख किया. जीएम से लेकर एपीएम और सभी खदानों के सब एरिया, मैनेजर भी अस्पताल पहुँचे. वहीं घायल मजदूर का इलाज चल रहा है. मृतकों और घायल को तीन अलग - अलग एम्बुलेंस में लाया. भूमिगत कोयला खदान में हादसे की खबर लगते ही रेस्क्यू वेन लेकर टीम खदान पर पहुँची. अस्पताल में चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया, वहीं घायल सुनील का इलाज चल रहा है. खदान में हादसा का सही समय रात 10.20 बजे बताया जा रहा है, लेकिन खदान से पहली बॉडी 12.03 बजे अस्पताल पहुँची. दूसरी बॉडी 12.08 और घायल को 12.40 बजे अस्पताल लाया गया.

डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर

कैसे हुआ हादसा : सूत्रों के अनुसार बगडोना क्रॉस कट 57 लेवल में डेवलमेंट के समय सपोर्ट लगाते वक़्त करीब तीन मीटर लंबा और एक फ़ीट चौड़ा पत्थर आम अंबाडा निवासी श्रमिक चैतराम और खैरवानी निवासी ठेका मजदूर भोला पर गिर गया. पत्थर के नीचे दबने से दोनों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जहां हादसा हुआ, वहां रूफ के आगे-पीछे सपोर्ट नहीं था. सूत्र बताते हैं कि रेजिंग कैप्सूल का उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन पाथाखेड़ा क्षेत्र में सीमेंट कैप्सूल का उपयोग किया जा रहा. जबकि पाथाखेड़ा क्षेत्र में रेजिंग वाली रेडिएंट मशीन उपलब्ध है पर उपयोग में नहीं लाई जा रही.

तवा-1 खदान में हैं तीन सेक्शन : पाथाखेड़ा क्षेत्र की तवा-1 खदान में तीन सेक्शन हैं. इसमें डब्ल्यू-7, क्रॉस कट और मेन डीप शामिल हैं. इस खदान में करब 850 कर्मी कार्यरत हैं. फर्स्ट और जनरल में लगभग 350 लोग कार्य पर जाते हैं. जबकि सेकंड में लगभग 200 और नाइट में करीब 160-180 कर्मी कार्य पर जाते हैं. इस खदान से प्रतिदिन 1000-1200 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन होता है. हादसा दूसरी पाली में हुआ. इस वक़्त सेक्शन में करीब 30 लोग मौजूद थे. मृतकों और घायल को खदान से बाहर लाने में डेढ़ घंटे से ज्यादा समय लग गया. मौका नक्शा तैयार करने खदान में उतरी पुलिस कोयला खदान में हादसा और दो लोगों की मौत की खबर लगते ही एसडीओपी जैन, टीआई रत्नाकर हिंग्वे, चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी दल बल के साथ डब्ल्यूसीएल सप्ताल पहुंचे. इसके बाद टीआई के निर्देश पर मौके का निरीक्षण कर मौका नक्शा बनाने दो पुलिस कर्मी रात 1:30 बजे खदान में उतरे, जबकि एसडीओपी और टीआई खदान के मुहाने पर डटे रहे. इधर, पाथाखेड़ा जीएम, एपीएम भी रात करीब 1:45 बजे तवा-1 खदान पहुंचे.

Accident in mine of WCL
डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर

Wedding anniversary के दिन हवस बुझाने की जिद में हैवानियत, पत्नी दे रही थी सेक्स का न्योता पति ने दिया 'मौत का तोहफा'

कोल कर्मियों के आक्रोश के बाद बंद रही खदान : भूमिगत खदान में हादसे के बाद तवा-1 खदान में द्वतीय पाली में काम पर गए ज्यादातर लोग मृतक और घायल को लेकर अस्पताल आ गए. इससे पहले एडवांस गैंग खदान में उतर गई. अस्पताल से खदान लौटकर कामगारों ने आक्रोश व्यक्त किया. इसके बाद रात्रि पाली को खदान में जाने से साथी कामगारों ने रोक दिया. यानी तृतीय पाली में खदान बंद रही. इससे कंपनी को खासा नुकसान होने से इंकार नहीं किया जा सकता. इधर, पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कोल कर्मी खदान के मुहाने पर प्रबंधन के प्रति आक्रोश व्यक्त करते रहे. इसी बीच एचएमएस यूनियन के डब्ल्यूसीएल टीएससी अशोक नामदेव समेत एरिया टीएससी मौके का निरीक्षण करने खदान में उतरे. (Accident in mine of WCL) (Two workers died and one injured)

बैतूल। खदान में हादसा होते ही पाथाखेड़ा क्षेत्र के अलावा डब्ल्यूसीएल और कोल इंडिया में हड़कंप मच गया. यूनियन नेता व कोल कर्मी खदान और अस्पताल की ओर दौड़ पड़े. देखते ही देखते देर रात तक अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इसी बीच सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुँच गया. प्रबंधन ने भी अस्पताल की ओर रुख किया. जीएम से लेकर एपीएम और सभी खदानों के सब एरिया, मैनेजर भी अस्पताल पहुँचे. वहीं घायल मजदूर का इलाज चल रहा है. मृतकों और घायल को तीन अलग - अलग एम्बुलेंस में लाया. भूमिगत कोयला खदान में हादसे की खबर लगते ही रेस्क्यू वेन लेकर टीम खदान पर पहुँची. अस्पताल में चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया, वहीं घायल सुनील का इलाज चल रहा है. खदान में हादसा का सही समय रात 10.20 बजे बताया जा रहा है, लेकिन खदान से पहली बॉडी 12.03 बजे अस्पताल पहुँची. दूसरी बॉडी 12.08 और घायल को 12.40 बजे अस्पताल लाया गया.

डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर

कैसे हुआ हादसा : सूत्रों के अनुसार बगडोना क्रॉस कट 57 लेवल में डेवलमेंट के समय सपोर्ट लगाते वक़्त करीब तीन मीटर लंबा और एक फ़ीट चौड़ा पत्थर आम अंबाडा निवासी श्रमिक चैतराम और खैरवानी निवासी ठेका मजदूर भोला पर गिर गया. पत्थर के नीचे दबने से दोनों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जहां हादसा हुआ, वहां रूफ के आगे-पीछे सपोर्ट नहीं था. सूत्र बताते हैं कि रेजिंग कैप्सूल का उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन पाथाखेड़ा क्षेत्र में सीमेंट कैप्सूल का उपयोग किया जा रहा. जबकि पाथाखेड़ा क्षेत्र में रेजिंग वाली रेडिएंट मशीन उपलब्ध है पर उपयोग में नहीं लाई जा रही.

तवा-1 खदान में हैं तीन सेक्शन : पाथाखेड़ा क्षेत्र की तवा-1 खदान में तीन सेक्शन हैं. इसमें डब्ल्यू-7, क्रॉस कट और मेन डीप शामिल हैं. इस खदान में करब 850 कर्मी कार्यरत हैं. फर्स्ट और जनरल में लगभग 350 लोग कार्य पर जाते हैं. जबकि सेकंड में लगभग 200 और नाइट में करीब 160-180 कर्मी कार्य पर जाते हैं. इस खदान से प्रतिदिन 1000-1200 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन होता है. हादसा दूसरी पाली में हुआ. इस वक़्त सेक्शन में करीब 30 लोग मौजूद थे. मृतकों और घायल को खदान से बाहर लाने में डेढ़ घंटे से ज्यादा समय लग गया. मौका नक्शा तैयार करने खदान में उतरी पुलिस कोयला खदान में हादसा और दो लोगों की मौत की खबर लगते ही एसडीओपी जैन, टीआई रत्नाकर हिंग्वे, चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी दल बल के साथ डब्ल्यूसीएल सप्ताल पहुंचे. इसके बाद टीआई के निर्देश पर मौके का निरीक्षण कर मौका नक्शा बनाने दो पुलिस कर्मी रात 1:30 बजे खदान में उतरे, जबकि एसडीओपी और टीआई खदान के मुहाने पर डटे रहे. इधर, पाथाखेड़ा जीएम, एपीएम भी रात करीब 1:45 बजे तवा-1 खदान पहुंचे.

Accident in mine of WCL
डब्ल्यूसीएल की खदान में गिरा बड़ा पत्थर

Wedding anniversary के दिन हवस बुझाने की जिद में हैवानियत, पत्नी दे रही थी सेक्स का न्योता पति ने दिया 'मौत का तोहफा'

कोल कर्मियों के आक्रोश के बाद बंद रही खदान : भूमिगत खदान में हादसे के बाद तवा-1 खदान में द्वतीय पाली में काम पर गए ज्यादातर लोग मृतक और घायल को लेकर अस्पताल आ गए. इससे पहले एडवांस गैंग खदान में उतर गई. अस्पताल से खदान लौटकर कामगारों ने आक्रोश व्यक्त किया. इसके बाद रात्रि पाली को खदान में जाने से साथी कामगारों ने रोक दिया. यानी तृतीय पाली में खदान बंद रही. इससे कंपनी को खासा नुकसान होने से इंकार नहीं किया जा सकता. इधर, पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कोल कर्मी खदान के मुहाने पर प्रबंधन के प्रति आक्रोश व्यक्त करते रहे. इसी बीच एचएमएस यूनियन के डब्ल्यूसीएल टीएससी अशोक नामदेव समेत एरिया टीएससी मौके का निरीक्षण करने खदान में उतरे. (Accident in mine of WCL) (Two workers died and one injured)

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