बड़वानी। भारी बरिश से नदी- नाले सभी उफान पर हैं, ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. पानी का तेज बहाव कभी भी खतरे का सबब बन सकता है. बावजूद इसके जिला प्रशासन ने अपनी आंखें मूंद ली हैं.
जिले के कुछ ग्रामीण अपनी जान हथेली पर रखकर हर रोज नदी पार करते हैं. ताकि दूसरे किनारे लगे बाजार से जरुरत की चीजों लाई जा सके. बड़वानी जिले के तिल्लीखेत समेत कई गांवों के लोगों को पुल ना होने से भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां ग्रामीणों को पानसेमल अनुभाग तक पहुंचने के लिए एक उफनती नदी को पार करना पड़ता है. जिसमें कई ग्रामीण रस्सियों के सहारे, तो कई तैरकर ही नदी पार करने को मजबूर हैं. ऐसे में हमेसा हादसों का डर बना रहता है.
ग्रामीण रामसिंह ने बताया कि पानसेमल जाने के लिए हर दिन नदी को पार करना पड़ता है. जब नदी में पानी का स्तर बढ़ जाता है, तो उसे पार कर पाना मुश्किल हो जाता है. रामसिंह ने बताया कि नदी पर पुलिया नहीं होने से ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके बाबजूद प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
एक और ग्रामीण ने बताया कि पुल निर्माण के लिए ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों और सरपंच को अवगत कराया है. लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि यदि कोई बीमार हो जाए अस्पताल पहुंचाने के लिए जान पर खेलकर नदी पार करते हैं.