बड़वानी। मध्यप्रदेश में जारी आफत की बारिश ने कई लोगों को अपना आशियाना छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. सरदार सरोवर बांध से डूब प्रभावित लोग गांव और खेती छोड़कर जाने को मजबूर हो गए हैं, जिनका दर्द उनके चेहरों पर साफ दिख रहा है. कई परिवारों पर रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
दरअसल, नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी के बैक वाटर में रोहिणी तीर्थ के बाद टापू में तब्दील कुकरा गांव भी जलमग्न होने को हैं. ऐसे में 40 परिवारों को निकालने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. कुकरा गांव के एक शख्स की नाव करंट के चपेट में आ गयी और शख्स की मौत हो गयी.
घटना के बाद पीड़ित परिवार मृतक की फोटो के साथ घर खाली कराने पहुंची प्रशासन की टीम से मुआवजे की मांग करने लगा. इस दौरान मकान खाली कराने की बात पर डूब प्रभावित महिलाओं और महिला पटवारी के बीच हाथापाई की नौबत आ गई और जमकर झड़प हुई. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ.
घटना की जानकारी लगने के बाद कलेक्टर अमित तोमर भी मौके पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया. कलेक्टर ने डूब प्रभावितों की मांग पर त्वरित कार्रवाई कर निराकरण करने का आश्वासन भी दिया है. तब जाकर डूब प्रभावित घर खाली करने को राजी हुए.