बड़वानी। आशाग्रम रोड स्थित गुरुपद अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चल रही थी, जिसकी शिकायत लगातार कोतवाली पुलिस को मिल रही थी. सूचना के आधार पर पुलिस ने फार्मासिस्ट सहित एक सहयोगी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं.
दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल को सूचना प्राप्त हुई थी कि गुरुपद हॉस्पिटल के सामने एक व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन मनमाने दाम पर बेच रहा हैं, जिस पर टीआई ने आरक्षक प्रीतम दुबे को ग्राहक बनाकर गुरुपद हॉस्पिटल भेजा. यहां आरक्षक ने विनय रजक नामक व्यक्ति से रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में डील की. 25000 रुपये में एक इंजेक्शन प्रीतम दुबे को दिया गया. इसी दौरान सब इंस्पेक्टर लखन सिंह बघेल सहित टीम ने विनय रजक को पकड़ लिया. इसके बाद उससे पूछताछ की गई, जिसमें उसने बताया कि यह इंजेक्शन गुरुपद हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट राहुल बडगूजर से प्राप्त किया हैं.
पुलिस टीम ने तत्काल राहुल से पूछताछ की. उसने बताया कि वह अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात है. मेडिकल स्टोर में सेल्समैन का काम भी करता है. रेमडेसिविर इंजेक्शन के बारे में उसने बताया कि गुरुपद हॉस्पिटल में अखिलेश सोनी नामक व्यक्ति भर्ती थे. उनके लिए दो इंजेक्शन कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त हुए थे, जिसमें से एक इंजेक्शन 29 अप्रैल को अखिलेश सोनी को लगा दिया गया था. उसी दिन गंभीर हालत होने की वजह से अखिलेश को ट्रामा सेंटर बड़वानी में रेफर कर दिया गया था, जिसके कारण दूसरा इंजेक्शन बच गया.
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फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 25000 रुपये जब्त कर लिए हैं. वहीं न्यायालय में पेश कर दोनों को एक दिन के लिए पुलिस रिमांड पर रखा गया हैं.
एसपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि लगातार सूचना प्राप्त हो रही थी कि गुरुपद हॉस्पिटल के सामने एक व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का दावा कर रहा है. तत्काल गठित टीम को मौका स्थल पर रवाना किया गया. टीम ने बखूबी से आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया.