बड़वानी। पिछले साल अगस्त महीने में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही थी जबकि इस समय निसर्ग तूफान के चलते हुई बारिश के कारण नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं सरदार सरोवर बांध के गेट नहीं खोलने के चलते भी नर्मदा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. नर्मदा नदी के ऊपरी इलाके में भारी बारिश होने के चलते नर्मदा नदी खतरे के निशान से 1.12 मीटर ऊपर बह रही है. राजघाट में खतरे का निशान 123.280 मीटर पर है.
प्री-मानसून की बारिश का दौर शुरू होने से और निसर्ग तूफान के कारण इस साल जून माह में ही नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि पिछले साल अगस्त के महीने के पहले सप्ताह में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा था. नर्मदा के ऊपरी कछार तथा सहायक नदियों में बाढ़ आने से नर्मदा का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिस तरह से पानी का स्तर तेज गति से बढ़ रहा है उससे साफ है कि अगर बारिश बन्द नहीं हुई तो नर्मदा नदी पर बना पुल जलमग्न हो जाएगा.
नर्मदा पट्टी में लगातार हो रही बारिश और जिले में प्री मानसून के चलते नर्मदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है, जिसके चलते घाट पर बना मंदिर और आधा घाट डूब चुका है. वहीं इसी तरह जल के स्तर में बढ़ोतरी हुई तो नया घाट भी डूब जाएगा. साथ ही बड़वानी धार जिले को जोड़ने वाला नदी पर बना पुल भी डूबने की संभावना है.