बड़वानी। कोतवाली थाना क्षेत्र में चार दिन पहले बोम्या गांव में एक महिला को डायन बताकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई, जिसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी और इस हत्या का खुलासा किया.
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां डायन होने का आरोप लगाकर देवर ने अपनी भाभी की हत्या कर दी और फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार ने बताया कि आरोपी विक्रम के बच्चे और परिवार हमेशा बीमार रहता था. उसे अपनी भाभी पर डायन होने का शक था. जिसके बाद उसने अपनी भाभी की फावड़े से हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया.
देवर ने की भाभी की हत्या, डायन होने का आरोप लगाकर उतारा मौत के घाट
बड़वानी जिले में अपनी भाभी पर डायन होने का आरोप लगाकर उसके देवर ने हत्या कर दी और फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
बड़वानी। कोतवाली थाना क्षेत्र में चार दिन पहले बोम्या गांव में एक महिला को डायन बताकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई, जिसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी और इस हत्या का खुलासा किया.
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां डायन होने का आरोप लगाकर देवर ने अपनी भाभी की हत्या कर दी और फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार ने बताया कि आरोपी विक्रम के बच्चे और परिवार हमेशा बीमार रहता था. उसे अपनी भाभी पर डायन होने का शक था. जिसके बाद उसने अपनी भाभी की फावड़े से हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया.
Body:वर्तमान में ठेठ आदिवासी अंचलों में भी आधुनिकता की बयार बह रही है लेकिन अंधविश्वास के चलते आज भी लोग खून खराबे से नही चूकते। ताजा मामला कोतवाली थाने का है जहां डायन समझ कर देवर् ने अपनी भाभी की नृशंस हत्या कर दो और फरार हो गया। पुलिस ने मनोवैज्ञानिक तरीके से मामले की पड़ताल करते हुए आरोपी तक पहुचने में सफलता पाई।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपी विक्रम के बच्चे व परिवार में बीमारी की वजह से शंका के आधार पर उसने अपनी भाभी की फावड़े से हत्या कर दी ओर मौके से फरार हो गया किन्तु आरोपी के गले के रखा केसरिया दुपट्टा पुलिस के लिए गवाही का काम कर चुका था।
बाइट01- विक्रम-हत्या का आरोपी
बाइट02- डीआर तेनीवार-पुलिस अधीक्षक
Conclusion:पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार ने अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए बताया कि एक महिला को डायन बताने के चक्कर मे देवर ने खून से हाथ सन लिए ओर भाग निकला जिसके बाद पुलिस विभाग द्वारा गठित टीम ने मनोवैज्ञानिक तरीके से आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।