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Barwani Humanity Shame: बड़वानी में बांस के सहारे प्रसव पीड़िता को लटका कर 5 किमी पैदल चले ग्रामीण, जानें क्या है पूरा मामला - बड़वानी

बड़वानी में एक बार फिर से मानवता शर्मसार होने का मामला सामने आया है. जहां खराब रास्ते और बहते नाले में से जान जोखिम में डालकर परिजन महिला को पानसेमल अस्पताल लेकर निकले, जिसका रास्ते में ही प्रसव हो गया.

Barwani Humanity Shame
बांस के सहारे प्रसव पीड़िता को लटका कर 5 किमी पैदल चले ग्रामीण
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 25, 2023, 10:56 PM IST

बड़वानी. बड़वानी जिले से एक बार फिर शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई. जिले के पानसेमल विकासखंड के ग्राम खाम घाट में गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसके बाद परिजनों ने एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन रास्ता खराब होने और नाले में पानी आने से एंबुलेंस प्रसूता के घर नही पहुंच पाई. इसके चलते मजबूरी में परिजन 27 साल महिला रिंगा बाई को झोली में लेकर अस्पताल लेकर निकल गए. खराब रास्ते और बहते नाले में से जान जोखिम में डालकर परिजन महिला को पानसेमल अस्पताल लेकर निकले, जिसका रास्ते में ही प्रसव हो गया.

विकास के दावों की खुली पोल: परिजन रायसिंग ने बताया कि 3 से 4 किलोमीटर पैदल चलने के बाद प्रसूता को लेकर एंबुलेंस तक पहुंचे. महिला की हालत खराब होने पर डाक्टरों ने पानसेमल से बड़वानी रैफर कर दिया. कई बार समस्या से नेता और अधिकारियों को अवगत करा चुके है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया. बीमारों और स्कूली छात्रों को भी इसी तरह जानलेवा परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिले के जवाबदार सुध लेने को तैयार नहीं है. बहरहाल जच्चा और बच्चा दोनो बड़वानी जिला महिला अस्पताल में भर्ती है और स्वस्थ्य है साथ ही उपचार अभी जारी है.

ये भी पढ़ें...

आदिवासी बहुल बड़वानी जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं कितनी लच्चर है, इसका जीवंत उदाहरण पानसेमल में दिखाई दिया. जहां प्रसव पीड़िता को 5 किलोमीटर बांस के डंडों के सहारे लटका कर एंबुलेंस तक पहुंचाने का जतन ग्रामीण करते रहे. फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ है, लेकिन सरकार के नकली विकास के दावों की पोल जरूर खुल गई.

बड़वानी. बड़वानी जिले से एक बार फिर शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई. जिले के पानसेमल विकासखंड के ग्राम खाम घाट में गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसके बाद परिजनों ने एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन रास्ता खराब होने और नाले में पानी आने से एंबुलेंस प्रसूता के घर नही पहुंच पाई. इसके चलते मजबूरी में परिजन 27 साल महिला रिंगा बाई को झोली में लेकर अस्पताल लेकर निकल गए. खराब रास्ते और बहते नाले में से जान जोखिम में डालकर परिजन महिला को पानसेमल अस्पताल लेकर निकले, जिसका रास्ते में ही प्रसव हो गया.

विकास के दावों की खुली पोल: परिजन रायसिंग ने बताया कि 3 से 4 किलोमीटर पैदल चलने के बाद प्रसूता को लेकर एंबुलेंस तक पहुंचे. महिला की हालत खराब होने पर डाक्टरों ने पानसेमल से बड़वानी रैफर कर दिया. कई बार समस्या से नेता और अधिकारियों को अवगत करा चुके है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया. बीमारों और स्कूली छात्रों को भी इसी तरह जानलेवा परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिले के जवाबदार सुध लेने को तैयार नहीं है. बहरहाल जच्चा और बच्चा दोनो बड़वानी जिला महिला अस्पताल में भर्ती है और स्वस्थ्य है साथ ही उपचार अभी जारी है.

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