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परिवहन ठेकेदारों और व्यापारियों ने किया लकड़ी की नीलामी का बहिष्कार, जमकर हुई कहासुनी

वन विभाग द्वारा भुगतान नहीं किए जाने से नाराज परिवहन ठेकेदारों ने लगातार चौथी बार नीलामी का बहिष्कार किया है. जिसे लेकर डीएफओ और व्यापारियों के बीच जमकर कहासुनी भी हो गई.

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Published : Sep 27, 2019, 3:00 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 3:27 PM IST

लकड़ी की नीलामी का बहिष्कार

बालाघाट। वन विभाग द्वारा आयोजित जिले भर के काष्टगारों में होने वाली नीलामी प्रकिया का परिवहन ठेकेदारों ने चौथी बार बहिष्कार किया है. दरअसल ठेकेदारों का कहना है कि वन विभाग द्वारा पिछला 7 करोड़ का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, जिसके चलते ठेकेदारों में वन विभाग के डीएफओ के खिलाफ काफी आक्रोश है. वहीं आक्रोशित परिवहन ठेकेदारों और डीएफओ के बीच परिवहन के भुगतान की मांग को लेकर जमकर कहासुनी भी हुई.

परिवहन ठेकेदारों और व्यापारियों ने किया लकड़ी की नीलामी का बहिष्कार

वन विभाग द्वारा लांजी काष्ठागार डिपो में काष्ठ, बांस की नीलामी का आयोजन किया था, लेकिन इसका परिवहन ठेकेदार और व्यापारियों ने बहिष्कार कर दिया. जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह परिवहन ठेकेदारों और खरीदारों का लंबित भुगतान है. वन विभाग के द्वारा पहले का भुगतान नहीं कर नवीन नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसका परिवहन ठेकेदारों और खरीदारों ने पुरजोर विरोध किया.

इस बीच आक्रोशित परिवहन ठेकेदारों और डीएफओ में कहासुनी इतनी बढ़ गई कि पुलिस को दखल देना पड़ा. पुलिस ने व्यापारियों को काफी समझाने का प्रयास किया. एसडीओपी नितेश भार्गव, थाना प्रभारी संतोष पन्द्रे ने ठेकेदारों की बातें सुन शालीनता के साथ अपना पक्ष रखने की बात कही. ठेकेदारों का कहना था कि डीएफओ अंसारी का रवैया ठीक नहीं है और वे दुर्भावना रखते हैं.

परिवहन ठेकेदारों ने लगातार चौथी नीलामी का किया बहिष्कार

परिवहन ठेकेदारों ने लगातार चौथी नीलामी का बहिष्कार किया. इससे पहले गर्रा बांसागार, लामता बांसागार, टिंबर लामता और अब इमारती लकड़ियों की नीलामी का बहिष्कार किया गया. ठेकेदार एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि सभी ठेकेदारों का लगभग 6 करोड़ रुपए बकाया है. डीएफओ से हमने इस विषय पर चर्चा की, तो उन्होंने बताया कि बजट नहीं आया है, बजट आने पर हम भुगतान कर देंगे. भुगतान जनवरी से लेकर अभी तक का बाकी है.

जल्द हो जाएगा भुगतान: डीएफओ एए अंसारी

मामले में डीएफओ एए अंसारी ने कहा कि दक्षिण उत्पादन वनमण्डल का 60 प्रतिशत भुगतान हो चुका है, 40 प्रतिशत लंबित है. वन विभाग का बजट सितंबर माह के अंत तक 45 प्रतिशत खर्च करना होता है, जिसकी सिलिंग समाप्त हो गई है. जिसके चलते बजट ट्रेजरी में जमा नहीं हो रहा है. यह सिलिंग 1 अक्टूबर से 70 प्रतिशत हो जाएगी. सभी ठेकेदारों, व्यापारियों को आश्वासन दिया गया है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में भुगतान कर दिया जाएगा.

बालाघाट। वन विभाग द्वारा आयोजित जिले भर के काष्टगारों में होने वाली नीलामी प्रकिया का परिवहन ठेकेदारों ने चौथी बार बहिष्कार किया है. दरअसल ठेकेदारों का कहना है कि वन विभाग द्वारा पिछला 7 करोड़ का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, जिसके चलते ठेकेदारों में वन विभाग के डीएफओ के खिलाफ काफी आक्रोश है. वहीं आक्रोशित परिवहन ठेकेदारों और डीएफओ के बीच परिवहन के भुगतान की मांग को लेकर जमकर कहासुनी भी हुई.

परिवहन ठेकेदारों और व्यापारियों ने किया लकड़ी की नीलामी का बहिष्कार

वन विभाग द्वारा लांजी काष्ठागार डिपो में काष्ठ, बांस की नीलामी का आयोजन किया था, लेकिन इसका परिवहन ठेकेदार और व्यापारियों ने बहिष्कार कर दिया. जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह परिवहन ठेकेदारों और खरीदारों का लंबित भुगतान है. वन विभाग के द्वारा पहले का भुगतान नहीं कर नवीन नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसका परिवहन ठेकेदारों और खरीदारों ने पुरजोर विरोध किया.

इस बीच आक्रोशित परिवहन ठेकेदारों और डीएफओ में कहासुनी इतनी बढ़ गई कि पुलिस को दखल देना पड़ा. पुलिस ने व्यापारियों को काफी समझाने का प्रयास किया. एसडीओपी नितेश भार्गव, थाना प्रभारी संतोष पन्द्रे ने ठेकेदारों की बातें सुन शालीनता के साथ अपना पक्ष रखने की बात कही. ठेकेदारों का कहना था कि डीएफओ अंसारी का रवैया ठीक नहीं है और वे दुर्भावना रखते हैं.

परिवहन ठेकेदारों ने लगातार चौथी नीलामी का किया बहिष्कार

परिवहन ठेकेदारों ने लगातार चौथी नीलामी का बहिष्कार किया. इससे पहले गर्रा बांसागार, लामता बांसागार, टिंबर लामता और अब इमारती लकड़ियों की नीलामी का बहिष्कार किया गया. ठेकेदार एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि सभी ठेकेदारों का लगभग 6 करोड़ रुपए बकाया है. डीएफओ से हमने इस विषय पर चर्चा की, तो उन्होंने बताया कि बजट नहीं आया है, बजट आने पर हम भुगतान कर देंगे. भुगतान जनवरी से लेकर अभी तक का बाकी है.

जल्द हो जाएगा भुगतान: डीएफओ एए अंसारी

मामले में डीएफओ एए अंसारी ने कहा कि दक्षिण उत्पादन वनमण्डल का 60 प्रतिशत भुगतान हो चुका है, 40 प्रतिशत लंबित है. वन विभाग का बजट सितंबर माह के अंत तक 45 प्रतिशत खर्च करना होता है, जिसकी सिलिंग समाप्त हो गई है. जिसके चलते बजट ट्रेजरी में जमा नहीं हो रहा है. यह सिलिंग 1 अक्टूबर से 70 प्रतिशत हो जाएगी. सभी ठेकेदारों, व्यापारियों को आश्वासन दिया गया है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में भुगतान कर दिया जाएगा.

Intro:बालाघाट।बालाघाट में वन विभाग द्वारा जंगल से विक्रय के लिये कटने वाले लकङियो का परिवहन करने वाले ठेकेदारो ने लांजी काष्ठगार में हो रही लकङियों के निलामी का बहिष्कार कर दिया...गौरतलब है कि परिवहन ठेकेदारो ने जिले भर के काष्टगारों में होने वाली निलामी प्रकिया का चौथी बार बहिष्कार किया है....दरअसल इन बहिष्कार करने वाले परिवहन ठेकेदारो का वन विभाग ने लगभग 6से 7 करोङ रुपये का परिवहन का भुगतान नहीं किया है जिसके कारण वन विभाग के डी एफ ओ के खिलाफ काफी आक्रोश है....आक्रोशित परिवहन ठेकेदारो व डी एफ ओ के बीच परिवहन का भुगतान की मांग को लेकर जमकर कहा सुनी भी हुई...हालाकि परिहन ठेकेदारो ने अपनी मांगो को लेकर डी एफ ओ को एक ज्ञापन सोंप कर भुगतान करने की मांग की है..... Body: वन विभाग द्वारा लांजी काष्ठागार डिपो में काष्ठ, बांस आदि की निलामी की जानी थी लेकिन इस निलामी को परिवहन ठेकेदार एवं व्यापारियो के द्वारा बहिष्कृत कर दिया गया है जिसके पीछे सबसे बडी वजह परिवहन ठेकेदारो एवं क्रेताओ को भुगतान नही होना लगभग 6 से 7 करोड रूपये का भुगतान लंबित है और वन विभाग के द्वारा पूर्व के भुगतान ना कर नवीन निलामी प्रक्रिया प्रारंभ कर दि गई है जिसका परिवहन ठेकेदारो एवं क्रेताओ ने पूरजोर विरोध कर 26 सितंबर की निलामी प्रक्रिया का बहिष्कार किया है।
वनमण्डलाधिकारी एवं ठेकेदारो के मध्य हुई कहासुनी, पुलिस को करना पडा हस्तक्षेप
लंबे समय से भुगतान नही होने तथा अनेको कारणो को लेकर ठेकेदारो एवं व्यापारियो के द्वारा लांजी काष्ठागार एवं बांसागार डिपो में निलामी का विरोध करते हुये बहिष्कार किया तथा इन्ही विषयो को लेकर वनमण्डलाधिकारी व परिवहन ठेकेदारो, व्यापारियो के साथ जमकर कहासुनी भी हुई। लगातार कहासुनी बढती देख डी एफ ओ द्वारा मौके पर लांजी पुलिस को बुलाया गया.... पुलिस द्वारा आक्रोशित ठेकेदारो को समझाईस देने का प्रयास किया गया....लेकिन वह नहीं माने.... ठेकेदारो का कहना था की डीएफओ अंसारी जी का रवैया निति पूर्ण नही है, व्यक्ति दुर्भावना रखते है, साथ निलामी प्रक्रिया आयोजित की जाती है लेकिन जिन काष्ठगारो को निलामी होना है वह सुव्यस्थित नही है, किसी प्रकार का सहयोग नही किया जाता है तथा लंबित भुगतान इन सभी विषयो को लेकर बहसबाजी चलती रही, जिस पर लांजी पुलिस को हस्तक्षेप करना पडा, एसडीओपी नितेश भार्गव, थाना प्रभारी संतोष पन्द्रे के द्वारा ठेकेदारो की बांते सुन शालीनता के साथ अपना पक्ष रखने की बात कही। ठेकेदारो के द्वारा साफ तौर पर नियम विरूद्ध प्रणाली का विरोध करते हुये निलामी बहिष्कार के संबंध मे पत्र प्रेषित कर बहिष्कार किया गया।
परिवहन ठेकेदार एवं व्यापारी कुलदीप गांधी के द्वारा डीएफओ अंसारी पर सीधा आरोप लगाया गया की डीएफओ अंसारी व्यक्तिगत दुर्भावना रखकर कार्य करते है। कुलदीप गांधी ने बताया की विगत 5 से 6 माह बित गये है हमारा भुगतान वन विभाग के द्वारा नही किया गया है। इसके अलावा डीएफओ अंसारी का रवैया परिवहन कर्ताओ के साथ अ‘छा नही है जब भी कोई परिवहन कर्ता डीएफओ सहाब के कार्यालय जाता है तो यह उनको घंटो बहार खडा रखते है, मै खुद लगातार 4 दिन गया लेकिन उन्होने मुझ से मुलाकात नही की, अनावश्यक रूप से परिवहन कर्ताओ को परेशान करते रहते है, कुछ जगह यह भी देखा गया है डीएफओ सहाब ने अपने अधिकारो का दुरूपयोग करते हुये जानबुझकर कुछ ठेकेदारो के विरूद्ध कार्यवाही की है जो पूर्णत: न्यायसंगत नही है। Conclusion:परिवहन ठेकेदारो ने लगातार चौथे निलामी का किया बहिष्कार -
परिवहन ठेकेदारो के द्वारा लगातार इस यह चौथा निलामी बहिष्कार थो पूर्व मे गर्रा बांसागार, लामता बांसागार, टींबर लामता, और आज ईमारती लकडियो की निलामी लांजी में होनी थी जिसका भी बहिष्कार करते हुये परिवहन ठेकेदार एशोसिएशन के सचिव ने जानकारी देते हुये बताया की सभी ठेकेदारो का लगभग 6 करोड रूपये बकाया है। डीएफओ सहाब से हमने इस विषय पर चर्चा की तो उन्होने बताया की बजट नही आया है बजट आने पर हम भुगतान कर देंगे। इस संदर्भ में नसीम खान ने कहा की परिवहन कर्ता भुगतान जनवरी से लेकर आज दिनांक तक बाकि है वंही विभाग के द्वारा पूर्व का भुगतान तो किया नही जा रहा है लेकिन वर्तमान मे टेण्डर कॉल किया जा रहा है। हमारी मांग है जब तक भुगतान नही होता तब तक टेण्डर का बहिष्कार किया जायेगा।
जल्द ही भुगतान हो जायेगा- डीएफओ अंसारी
ठेकेदारो एवं व्यापारियो के द्वारा निलामी बहिष्कार के विषय को लेकर डीएफओ ए ए अंसारी से चर्चा की गई तो उन्होने बताया की वन विभाग के द्वारा किया जाने वाला भुगतान रूका हुआ है दक्षिण उत्पादान वनमण्डल का 60 प्रतिशत भुगतान हो चुका है 40 प्रतिशत लंबित है शासन का जो वन का बजट होता है उसमें सितंबर माह के अंत तक 45 प्रतिशत खर्च करना होता है, 45 प्रतिशत की सिलिंग समाप्त हो गई है जिसके चलते बजट ट्रेजरी मे जमा नही हो रहा है हमारे पास कुछ पैसा है लेकिन यह सिलिंग 1 अक्टुबर से 70 प्रतिशत हो जायेगी। हमने सभी ठेकेदारो, व्यापारियो को आश्वासन दिया है की अक्टुबर के पहले हफ्ते में भुगतान कर देंगे यंहा का ही नही पूरे प्रदेश का भुगतान हो जायेगा।

ठेकेदारो के मुख्य बिन्दु जिन से ठेकेदार थे नाराज-
लांजी काष्ठागार डिपो मे ठेकेदारो के द्वारा बहिष्कार के मुख्य बिन्दु थे जिनमे परिवहन का भुगतान ना होना, डिपो में मजदूरो की मनमानी, बाहारी ठेकेदारो को समस्याऐ उत्पन्न होना, डिपों में स्टेनिंग, डीएफओ अंसारी के द्वारा सहयोग ना करना, तथा शासन की नीतियो के चलते इन प्रमुख विषयो पर बहिष्कार किया गया इस संदर्भ मे यह भी कहा गया की। पीसीसीएफ अधिकारी के द्वारा दुरभाष पर कहा गया की शासन के पास बजट नही है ऐसे में आप हमारे चक्कर लगा रहे है और हम वित्त विभाग के, जैसे ही हमे बजट उपलब्ध होगा हम भुगतान कर देंगे, एक वित्तिय वर्ष मे दो विदोहन वर्ष होते है शासन के गलत गणना पत्रक के कारण परिवहन ठेकेदारो के समक्ष यह समस्या उत्पन्न हुई है। बालाघाट के अधिकारियो के द्वारा शासन को और ठेकेदारो को पूर्ण रूप से गुमराह किया जा रहा है।
बाईट- कुलदीप गांधी परिवहन ठेकादार बालाघाट
बाईट-नसीम खान परिहवन ठेकेदार बालाघाट
बाईट- एस चौरसिया परिवहन संध सचिव
श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट

Last Updated : Sep 27, 2019, 3:27 PM IST
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