बालाघाट। परसवाडा के बोदा गांव में संचालित आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास के अधीक्षक पर बच्चों के हिस्से का राशन बेचने का आरोप लगा है. ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार दीपक पटेल जांच करने पहुंचे, जहां मौके पर गेंहू और चावल की मात्रा तय मानक से कम पाई गई.
आदिवासी छात्रों के लिए संचालित छात्रावास के अधीक्षक महेंद्र कुमार कठाने के खिलाफ ग्रामीणों ने एसडीम से शिकायत की थी कि छात्रावास में 50 छात्रों की क्षमता है, लेकिन 15 छात्र ही उपस्थित रहते हैं. जिसका फायदा उठाकर अधीक्षक पूरे छात्रों की उपस्थिति दिखाकर सभी छात्रों के नाम से राशन प्राप्त कर उन्हें बेच देता है.
ग्रामीणों की शिकायत के बाद एसडीम के निर्देश पर जांच करने के लिए तहसीलदार दीपक पटेल मौके पर पंहुचे. जांच के दौरान 2 क्विंटल से अधिक गेंहू और 38 किलोग्राम चावल कम पाया गया, जिसके बाद तहसीलदार ने पंचनामा तैयार कर एसडीम को सौंप दिया और ग्रामीणों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. वहीं, छात्रावास अधीक्षक महेंद्र कुमार कठाने ने अपने ऊपर लगे आरोप से इनकार करते हुए कहा कि उसने गेहूं के बदले चावल वापस लेने के लिए दुकानदार को दिया है.