बालाघाट। जिले के परसवाड़ा वनांचल क्षेत्र के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में उस वक्त हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई जब विद्यालय परिसर में एक जहरीला कोबरा दिखाई दिया, जिसे देखते ही आनन-फानन में उपस्थित शिक्षकों द्वारा वन विभाग की टीम को सूचित कर तत्काल बुलवाया गया.
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की कक्षा 12वीं के कमरे में एक कोबरा देखा गया, जिसकी फुफकार सुनते ही मौजूद शिक्षकों में हडकंप मच गया. सूझ-बूझ से वन विभाग को तत्काल सूचित किया गया. इसी दरमियान खबर लगते ही जहरीले कोबरा को देखने के लिए आस-पास के लोगों का हुजूम लगने लगा. हालांकि इससे किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई.
कालापानी के जंगलों में छोड़ा
जानकारी मिलते ही मौके पर रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग का अमला पहुंच गया, जिसके बाद बड़ी मशक्कत कर कोबरा को पकड़ने में टीम कामयाब हुआ. वहीं रेस्क्यू किए गए जहरीले कोबरा को एक प्लास्टिक की बोरी में बंद कर कालापानी के जंगलों में ले जाकर छोड़ दिया गया.
5 से 6 फिट लंबा कोबरा
इस दौरान मौके पर पहुंचे पश्चिम बैहर परिक्षेत्र के खरपड़िया वृत्त के सहायक परिक्षेत्र अधिकारी डीपी तिवारी ने बताया कि खरपड़िया गांव के व्यक्ति के साथ मिलकर उन्होंने जहरीले कोबरे का रेस्क्यू किया और उसे सुरक्षित काला पानी के जंगल में छोड़ दिया, ये सांप कोबरा प्रजाति का है जिसकी लंबाई करीब 5 से 6 फीट है.
पाया जाता है न्यूरोटॉक्सिन नाम का जहर
इस जहरीले काले सर्प के अन्य प्रचिलत नाम भी हैं, जिसे देहात में काला नाग, गेहुंआ और कोबरा नामों से जाना जाता है, जिसका इंग्लिश नाम स्पेक्टिकल कोबरा है. इसमें न्यूरोटॉक्सिन नाम का जानलेवा जहर पाया जाता है.