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बालाघाट: शासकीय धान से भरे दो ट्रकों को प्रशासन ने किया जब्त

बालाघाट में लांजी क्षेत्र में शासकीय धान से भरे दो ट्रकों को पुलिस ने जब्त किया है. आरोप है कि कि मिलिंग के लिए ना ले जाकर औने- पौने दाम में बेचने के लिए कहीं और ले जा रहे थे.

शासकीय धान से भरे दो ट्रकों को पुलिस ने पकड़ा
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Published : Sep 19, 2019, 7:38 PM IST

बालाघाट। बालाघाट के लांजी में शासकीय धान की मिलिंग के नाम पर धांधली का मामला सामने आया है. एसडीओपी ने धान से भरे दो ट्रकों को जब्त कर थाने में खड़ा करवा दिया है. दोनों ट्रकों में लगभग 1100 बोरी धान भरी हुई थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

शासकीय धान से भरे दो ट्रकों को पुलिस ने पकड़ा

जानकारी के मुताबिक लांजी स्थित मां एग्रो वेयर हाऊस गोदाम में शासकीय धान रखा हुआ था. जिसे इसी क्षेत्र के बहेला थाना के ठेमा गांव में मिलिंग के लिये भेजा जा रहा था. यह मिलिंग का कार्य फरहान राईस मिल को अनुबंध के आधार पर दी गई थी.

एसडीओपी ने बताया कि मौके पर कोई दस्तावेज और जानकारी नहीं मिलने पर दोनों ट्रक को जब्त कर लिया है. वेयर हाऊस विभाग से दस्तावेज मंगाये गये हैं. जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि जो धान मिलिंग के लिये भेजा जाता हैं, उसी धान का मिलिंग उस मिलर्स करना होता हैं. जिसके बाद उस मिल में बने चावल को वापिस लाकर विभाग को देना होता हैं, लेकिन यहां पर मिलर्स अपने राईस मील ना ले जाते हुए. कहीं दूसरी जगह ले जाते हुए पकड़ा गया है. असल में मिलर्सो द्वारा जिस धान को मिलिंग के लिये ले जाया जाता हैं वह उस धान का मिलिंग ना कराते हुये अधिक कीमत में बेच देते हैं. उसके एवज में औने-पौने दाम पर दूसरे राज्यों के चांवल खरीदकर वापिस विभाग को सौंप देते हैं. यह मामला भी उसी तरह से जुड़ा लग रहा हैं. जिसकी जांच में खुलासा हो सकता हैं.

फिलहाल में वेयर हाऊस के पास भी इसका जवाब नहीं हैं. वेयर हाऊस के प्रभारी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं, तो ट्रक चालकों के पास भी सीधा जवाब नहीं हैं.

बालाघाट। बालाघाट के लांजी में शासकीय धान की मिलिंग के नाम पर धांधली का मामला सामने आया है. एसडीओपी ने धान से भरे दो ट्रकों को जब्त कर थाने में खड़ा करवा दिया है. दोनों ट्रकों में लगभग 1100 बोरी धान भरी हुई थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

शासकीय धान से भरे दो ट्रकों को पुलिस ने पकड़ा

जानकारी के मुताबिक लांजी स्थित मां एग्रो वेयर हाऊस गोदाम में शासकीय धान रखा हुआ था. जिसे इसी क्षेत्र के बहेला थाना के ठेमा गांव में मिलिंग के लिये भेजा जा रहा था. यह मिलिंग का कार्य फरहान राईस मिल को अनुबंध के आधार पर दी गई थी.

एसडीओपी ने बताया कि मौके पर कोई दस्तावेज और जानकारी नहीं मिलने पर दोनों ट्रक को जब्त कर लिया है. वेयर हाऊस विभाग से दस्तावेज मंगाये गये हैं. जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि जो धान मिलिंग के लिये भेजा जाता हैं, उसी धान का मिलिंग उस मिलर्स करना होता हैं. जिसके बाद उस मिल में बने चावल को वापिस लाकर विभाग को देना होता हैं, लेकिन यहां पर मिलर्स अपने राईस मील ना ले जाते हुए. कहीं दूसरी जगह ले जाते हुए पकड़ा गया है. असल में मिलर्सो द्वारा जिस धान को मिलिंग के लिये ले जाया जाता हैं वह उस धान का मिलिंग ना कराते हुये अधिक कीमत में बेच देते हैं. उसके एवज में औने-पौने दाम पर दूसरे राज्यों के चांवल खरीदकर वापिस विभाग को सौंप देते हैं. यह मामला भी उसी तरह से जुड़ा लग रहा हैं. जिसकी जांच में खुलासा हो सकता हैं.

फिलहाल में वेयर हाऊस के पास भी इसका जवाब नहीं हैं. वेयर हाऊस के प्रभारी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं, तो ट्रक चालकों के पास भी सीधा जवाब नहीं हैं.

Intro:बालाघाट- बालाघाट के लांजी में शासकीय धान की मिलिंग के नाम पर अफरा-तफरी करने का मामला सामने आया हैं। लांजी एसडीओपी ने 2 ट्रक धान जिसमें 1100 बोरी धान भरी हुई थी उसको जप्त कर थाने में खड़ी करवा दिया हैं।लांजी पुलिस मामले की जांच की जा रही हैं।Body: जानकारी के मुताबिक लांजी स्थित मां एग्रो वेयर हाऊस गोदाम में शासकीय धान रखी हुई थी। जिसे इसी क्षेत्र के बहेला थाना के ग्राम ठेमा में मिलिंग के लिये भेजा जा रहा था। यह मिलिंग का कार्य फरहान राईस मिलर्स को अनुबंध के आधार पर प्रदाय की गई थी। मिलर्स ने 2 ट्रक में गोदाम से 550-550 बोरी धान कुल 11 सौ बोरी धान को लोड किया। जिसे गोदाम से बहेला के ठेमा स्थित मिलर्स के मिल के लिये भेजी गई।

लेकिन मिलर्स इस दोनों ट्रक को वहां ना ले जाते हुये अन्यत्र ले जा रहा था। जिसे महाराष्ट्र की सीमा आमगांव के ग्राम कुल्पा के पास लांजी एसडीओपी नितेंद्र भार्गव ने संदिग्ध स्थिति में मिलने पर पकड़ा हैं। एसडीओपी ने बताया कि मौके पर कोई दस्तावेज व जानकारी नहीं मिलने पर दोनों ट्रक को जप्त कर वेयर हाऊस विभाग से दस्तावेज मंगाये गये हैं। जिसके पश्चात आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
Conclusion:गौरतलब हैं कि जो धान मिलिंग के लिये भेजी जाती हैं उसी धान का मिलिंग उस मिलर्स करना होता हैं। जिसके बाद उस मिलिंग में बने चांवल को वापिस लाकर विभाग को देना होता हैं। लेकिन यहां पर मिलर्स अपने राईस मिल ना ले जाते हुये अन्यत्र ले जाते हुये पकड़ा गया हैं। जिससे मामला धान की अफरा-तफरी करने से जुड़ा लग रहा हैं। असल में मिलर्सो द्वारा जिस धान को मिलिंग के लिये ले जाया जाता हैं वह उस धान का मिलिंग ना कराते हुये अधिक कीमत में बेच देते हैं। उसके एवज में औने-पौने दाम पर दूसरे राज्यों के चांवल खरीदकर वापिस विभाग को सौंप देते हैं। यह मामला भी उसी तरह से जुड़ा लग रहा हैं। जिसकी जांच में खुलासा हो सकता हैं।
फिलहाल में वेयर हाऊस के पास भी इसका जवाब नहीं हैं। वेयर हाऊस के प्रभारी इस मामले में गोलमोल जवाब दे रहे हैं तो ट्रक चालकों के पास भी सीधा जवाब नहीं हैं।
बाईट- एसडीओपी नितेंद्र भार्गव
बाईट- रोशन लाल चालक
बाईट- चिंतेश्वर चालक व मालिक ट्र्र्रक
बाईट- नवीन कुमार बिसेन प्रभारी मां एग्रो वेयर हाऊस लांजी
श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट
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