बालाघाट। मध्य प्रदेश शासन के राज्य मंत्री आयुष स्वतंत्र प्रभार एवं जल संसाधन राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे ने शनिवार को को जिले के वारासिवनी के अम्बेडकर भवन में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बनाए गए 50 बिस्तर के कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया. मंत्री ने इस दौरान पूर्व पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल, वारासिवनी एसडीएम संदीप सिंह, वारासिवनी बीएमओ डॉ. रविन्द्र ताथोड़ सहित अन्य लोग उपस्थित थे. अम्बेडकर भवन वारासिवनी में बनाए गए इस कोविड केयर सेंटर को कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए शनिवार से शुरू कर दिया गया है.
- जरूरी दवाओं और ऑक्सीजन की नहीं है कमी
आयुष मंत्री कावरे ने कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान वहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं को देखा. इस दौरान उन्होंने खंड चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वारासिवनी और आसपास के क्षेत्र के कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए इस कोविड केयर सेंटर में भर्ती करे और उन्हें हर सुविधा प्रदान करें. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए जरूरी दवाओं और ऑक्सीजन की कमी नहीं है. मंत्री ने निर्देशित किया कि कोविड केयर सेंटर में केवल कोरोना संक्रमित मरीजों को ही आने की इजाजत है.
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- जनसहयोग से खुला कोविड सेंटर
वारासिवनी क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोविड मरीजों की संख्या और अस्पताल में बेड की कमी से जूझ रहे लोंगो के लिए खनिज विकास निगम अध्यक्ष और विधायक प्रदीप जायसवाल ने कोरोना रिलीफ फंड में लोंगो द्वारा किए गए आर्थिक सहयोग से इस कोविड सेंटर को बनाया. लेकिन जिला प्रशासन ने राजनीतिक दबाव के चलते इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. विधायक प्रदीप जायसवाल ने पत्रकार वार्ता लेकर जिला कलेक्टर पर असहयोग करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने आनन-फानन में दूसरे दिन वारासिवनी पहुंच कर कोविड सेंटर खोलने की घोषणा की.
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- जनसहयोग से आई ऑक्सीजन मशीनें
कोरोना काल में मरीजों को हो रही लगातार ऑक्सीजन की शिकायत और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए शहर के जागरूक लोगों ने विधायक जायसवाल के साथ मिलकर आर्थिक सहयोग देते हुए वारासिवनी में 50 से अधिक ऑक्सीजन मशीनें लाई. जो शासकीय अस्पताल और कोविड सेंटर में भर्ती हो रहे मरीजों को लगाई जा रही हैं.