अशोकनगर। जिला अस्पताल में हंगामे की वारदात आम बात हो चुकी है. जिला अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन उसे देखने के लिए पहुंचे. जहां रात एक बजे उन्होंने ड्यूटी पर तैनात नर्स को बुरा भला कहा. जब ड्यूटी डॉक्टर अरुण कुमार अहिरवार मरीज को देखने के लिए पहुंचे तो परिजनों ने उनसे बदसलूकी की. मरीज के परिजनों ने गालीगलौज करते हुए डॉक्टर से धक्का-मुक्की की. हंगामा देख डॉक्टर अपने इमरजेंसी रूम में पहुंच गए, जहां मरीज के परिजनों ने वहां भी पहुंच गए. इसके बाद डॉक्टर को गालीगलौज की.
गार्ड की मदद से डॉक्टर को बचाया : मौके पर उपस्थित अन्य लोग एवं सुरक्षा गार्ड की मदद से किसी तरह से डॉक्टर बच सके. जिसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी सिविल सर्जन एवं सीएमएचओ को दी. वहीं उन्होंने डायल हंड्रेड एवं जिला अस्पताल में बनी चौकी में भी दी. लेकिन मौके पर 35 मिनट बाद हंड्रेड डायल एवं पुलिस पहुंची, जहां पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. हालांकि डॉक्टर ने रात को कोतवाली पहुंचकर हंगामा करने वाले लोगों पर मामला दर्ज करने की मांग की थी. लेकिन सुबह जैसे ही अन्य डॉक्टरों को हंगामे के बारे में पता चला. उन्होंने सुबह से ही हड़ताल शुरू कर दी. उनकी मांग थी कि पुलिस मौके पर आए और दोषियों पर मामला दर्ज करें.
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समझाइश के बाद अस्पताल स्टाफ काम पर लौटा : इसके बाद कोतवाली टीआई नरेंद्र त्रिपाठी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां पीड़ित डॉक्टर को अपने साथ सिटी कोतवाली लेकर आए. डॉ.अरुण कुमार अहिरवार ने बताया कि हंगामा करने वाले लोग अंग्रेजी वाइन शॉप पर काम करता है, क्योंकि वह गालीगलौज करते समय दुकान पर काम करने का हवाला दे रहा था. हालांकि डॉक्टर ने उस युवक का फोटो अपने कैमरे में कैद कर लिया था. फिलहाल पुलिस का कहना है अज्ञात युवक के खिलाफ डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट, शासकीय कार्य कार्य में बाधा एवं एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही युवक की पहचान की जा रही है. शीघ्र ही उसे पकड़ लिया जाएगा. पुलिस की समझाइश के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स ड्यूटी पर वापस लौटा है. इस मामले में टीआई नरेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि आरोपी की पहचान की जा रही है.