अशोकनगर। लॉकडाउन शुरू होने के बाद ही शहर में आवारा मवेशियों के लिए खाने का संकट गहरा गया था. जिसके बाद अशोकनगर शहर के समाजसेवी हरीश जैन बल्ला द्वारा आवारा मवेशियों के लिए घर पर ही चारा तैयार कर शहर के प्रमुख मार्गों पर डलवाने का कार्यक्रम चलाया गया. 38 दिन तक चारा देने के बाद बाजार खुलते ही कार्यक्रम का समापन किया गया.
समाजसेवियों का सराहनीय काम
लॉकडाउन के दौरान लगभग 38 दिन तक हरीश जैन बल्ला और उनके सहयोगियों ने आवारा मवेशियों को चारा उपलब्ध कराया. हर दिन उनकी टीम सुबह सब्जी लाकर उसमें भूसा मिलाकर चारा तैयार करती थी. जिसके बाद शहर के प्रमुख चौराहों पर बोरियों में भरकर आवारा मवेशियों को ये चारा खिलाया जाता था. बाजार बंद होने के बाद आवारा मवेशियों के लिए खाने का संकट गहरा गया था, जिसे देखते हुए शहर के समाजसेवी द्वारा ये काम किया गया, लेकिन जैसे ही कलेक्टर ने बाजार खुलने के आदेश दिए तो उन्होंने कार्यक्रम का समापन कर दिया.
पूरी टीम का हुआ सम्मान
कार्यक्रम समापन पर शहर के जाने-माने वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर डीके जैन उपस्थित हुए. जहां उन्होंने हरीश जैन बल्ला और उनकी टीम के काम की तारीफ की. साथ ही उनकी पूरी टीम को सम्मानित भी किया. जैन ने कहा कि इस तरह के संकट के समय पर लोग घरों से नहीं निकलते हैं, ऐसे में आवारा मूक पशुओं की सेवा करना ही भगवान की सेवा है.