अशोक नगर। प्यार वो खूबसूरत एहसास है, जिसे लफ्जों में बयां करना मुश्किल होता है, इसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है. इस प्यार के सिर्फ होने भर की देर होती है, इसके बाद तो प्यार के पक्षी इसे मुकम्मल करने के लिए किसी भी हद से गुजर जाते हैं, लेकिन एक ऐसा स्थान है, जहां लगे कैक्टस के पौधों पर महज नाम लिखने भर से प्यार मुकम्मल हो जाता है. इसी विश्वास में आशिक बैजू बावरा की समाधि पर पहुंचते हैं और वहां लगे पौधों पर अपने प्रेमी का नाम लिखते हैं, उनको विश्वास है कि उन्हें उनका प्यार जरूर मिल जाएगा.
बैजू बावरा की समाधि पर हाजिरी लगाने से मुकम्मल हो जाता है अधूरा प्यार!
अशोकनगर जिले के चंदेरी में प्रसिद्ध संगीतकार बैजू बावरा की समाधि है. जहां लगे पौधों पर अनगिनत प्रेमी जोड़ों के नाम उकेरे गए हैं. ऐसी मान्याता है कि इस पौधे के पत्ते पर अपने प्रेमी का नाम लिखने से वह हमेशा के लिए उसका जीवन साथी बन जाता है.
अशोक नगर। प्यार वो खूबसूरत एहसास है, जिसे लफ्जों में बयां करना मुश्किल होता है, इसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है. इस प्यार के सिर्फ होने भर की देर होती है, इसके बाद तो प्यार के पक्षी इसे मुकम्मल करने के लिए किसी भी हद से गुजर जाते हैं, लेकिन एक ऐसा स्थान है, जहां लगे कैक्टस के पौधों पर महज नाम लिखने भर से प्यार मुकम्मल हो जाता है. इसी विश्वास में आशिक बैजू बावरा की समाधि पर पहुंचते हैं और वहां लगे पौधों पर अपने प्रेमी का नाम लिखते हैं, उनको विश्वास है कि उन्हें उनका प्यार जरूर मिल जाएगा.
जी हां मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के चन्देरी में प्रसिद्ध संगीतज्ञ बैजू बावरा की समाधि के पास बने कैक्टस गार्डन के काँटों भरे पौधे और उनकी पत्तियों पर अनगिनत प्रेमी जोड़ों के नाम खुदे हुए हैं. चन्देरी की ऐतिहासिक धरा पर लगे इन काँटों पर अपना नाम उकेर कर अपने प्यार को अमर करने के लिए देश के दूर-दराज इलाकों से प्रेमी यहाँ आ रहे हैं.
Body:ऐसा की बाकया रविबार को हुआ जब ईटीवी भारत की टीम ऐतिहासिक नगरी चंदेरी में बैजू बावरा की समाधि स्थल पहुंची, तो वहां पर कुछ लोगों को कैक्टस के पत्तों पर कुछ लिखता हुआ देखा गया. जब उनसे बात की गई तो उनमे से एक तनिष्का नाम की यूबति ने बताया कि हम मुंबई से आए हैं, हमने इस स्थल के बारे में सुना है कि जो भी इन पत्तों पर अपने प्रेमी जोड़े का नाम लिखकर जाते हैं, और बैजू बावरा की समाधि स्थल पर मन्नत मांगते हैं तो उनकी मुरादें पूरी होती है. इसलिए आज हमने चन्देरी आकर इन पत्तों पर अपने होने वाले जीवनसाथी का नाम लिख दिया है इससे हमें पूरी उम्मीद है भी हैं की अब शायद हमारी मुरादें पूरी हो जाए,
ऐसा ही वाकया एक और पर्यटक सोनू से सुनने में आया की हमने भी इसी मान्यता के चलते हमारी होने बाली जीवन साथी का नाम लिख दिया है अब निश्चिती हमारी मुराद भी पूरी होगी,
Conclusion:वही ऐतिहासिक नगरी चंदेरी में स्थित गाइड कल्ले खाँ की माने तो यह मान्यता दूरदराज तक जा पहुंची है. कि यहां पर नाम लिखने से युगल जोड़े को अपना जीवन साथी मिल जाता है.इसके लिए दूरदराज से प्रेमी- प्रेमिका चन्देरी आते हैं और महान संगीतक बैजू बावरा की समाधि पर लगे कैक्टस के पत्तों पर अपना नाम लिख जाते हैं .पर इतना होने के बाद भी यह समाधि स्थल उपेक्षा का शिकार है.
बाइट- तनिष्का, पर्यटक मुंबई
बाइट- सोनू, पर्यटक जयपुर
बाइट-कल्ले खा, गाइड चंदेरी