अशोकनगर। जिले का नयाखेड़ा गांव मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है. जहां के विधायक बृजेंद्र सिंह यादव हैं, जो शिवराज सरकार में राज्य मंत्री हैं. इसी गांव में ग्रामीणों को पानी भरने से रोका जा रहा है. इसका कारण है कि अगर किसी को पानी भरना है तो पहले कसम खाकर यह विश्वास दिलाना होगा कि उन्होंने भाजपा को ही वोट किया है. उसके बाद ही ग्रामीणों को शासकीय ट्यूबवेल से पानी मिल सकेगा. जिसका विरोध ग्रामीणों ने कर दिया है. गांव में पानी की कमी होने के कारण केवल बोर से ही पानी ग्रामीणों को मिल रहा था. लेकिन मतदान होने के बाद बोर से पानी भरना गांव के ही दबंगों ने बंद कर दिया.
कुएं से पानी भरना मजबूरी : गांव में एक कुआं भी है लेकिन उसमें पानी कम होने के कारण मटमेला पानी भरा हुआ है. जिसे पीने के बाद बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो जाते हैं. वहीं यदि ग्रामीणों को पानी लेना है तो उन्हें कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है. ग्रामीणों के मुताबिक भाजपा की मंडल उपाध्यक्ष कलावती लोधी पर आरोप है कि उनके पति कप्तान सिंह ने भाजपा को वोट नहीं देने वाले ग्रामीणों को शासकीय ट्यूबवेल से पानी भरने से रोक दिया है. गांव में पानी की समस्या होने पर पीएचई मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव ने चार माह पहले भाजपा नेता की जमीन पर सरकारी पैसों से ट्यूबवेल खुदवाया था.
मतदान के बाद पानी भरना बंद किया : ग्रामीणों का कहना है कि इसके बाद मतदान होने तक ग्रामीणों को लगातार पानी मिलता रहा. लेकिन जैसे ही मतदान हुआ, उसके बाद से ही कप्तान सिंह ने ग्रामीणों को पानी देने से मना कर दिया. साथ ही उनका कहना है कि पहले कसम खाकर विश्वास दिलाओ कि तुमने बीजेपी को वोट किया है. वहीं भाजपा नेता के पति का कहना है कि मैं निजी खर्चे पर इस बोर में मोटर डलवाई जरूर थी. लेकिन मैंने पानी भरने से किसी को भी मना नहीं किया है. यह आरोप जबरन लगाए जा रहे हैं. वहीं PHE ईई एनएस भूरिया ने बताया कि नयाखेड़ा गांव में दो ट्यूबवैल लगाकर पाइपलाइन और टंकी का काम पूरा हो चुका है.
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पीएचई मंत्री के क्षेत्र का मामला : भूरिया ने बताया कि ग्राम पंचायत इससे सप्लाई करने को तैयार नहीं हो रही थी. जिसके कारण इस तरह की समस्या ग्रामीणों को हो रही होगी. वहीं मुंगावली विधायक एवं PHE राज्य मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव का कहना है कि नयाखेड़ा गांव में शासकीय ट्यूबवैल हैं. मेरे द्वारा गांव में चार और ट्यूबवैल कराए गए थे. वोट वाली बात चुनाव से पहले आती तो इसका कोई मतलब भी था. वहीं मैंने ग्रामीणों के लिए ही यह बोर करवाए थे, ताकि पानी की समस्या से ग्रामीणों को निजात मिल सके.