अशोनगर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर दी गई है. जिसके चलते प्रदेश भर में आचार संहिता लागू हो गई है. ऐसे में प्रशासन की टीम ने जिला मुख्यालय पर छापेमार करवाई की. आचार संहिता लगने के बाद सोमवार देर रात एसडीएम अनिल बनवारिया ने गुना बायपास अंश और सरोवर ढाबे पर छापा मारा. यहां से बड़े पैमाने पर शराब जब्त की गई है. इन ढाबों पर खुलेआम शराब बेची जा रही थी. एसडीएम ने तहसीलदारों के साथ छापा मारा. बाद में पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया.
गुमटी खुलवाई तो मिली शराब : एसडीएम की टीम रात 10 बजे अंश ढाबे पर पहुंची, जहा मौके पर लोग शराब पीते मिले. जब एसडीएम ने ढाबों पर पड़ताल की तो बड़ी मात्रा में शराब मिली. इसके तुरंत बाद एसडीएम की टीम सलूजा टावर स्थित सरोवर ढाबा पर पहुंची, जहां ढाबे पर पड़ताल के बाद कुछ भी नहीं मिला. बल्कि शराब के खाली रैपर मौके पर मिले. जिसके बाद पास में रखी एक गुमटी का जब एसडीएम ने ताला तुड़वाया तो उसके अंदर से बड़ी मात्रा में अंग्रेजी एवं देसी शराब मिली. जिसके बाद मौके पर जिला आबकारी अधिकारी को सूचना दी गई. बताया जाता है कि देर से पहुंचे आबकारी अधिकारी ढाबा संचालक पर झल्लाते हुए बोले कि इतनी देर लगती है क्या...? यह बात कहीं ना कहीं आबकारी अधिकारी को कुछ सवाल या घेरे में ले जाती है.
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आबकारी अधिकारी को बुलाया : एसडीएम ने मौके पर शराब बोतलों की गिनती कर आबकारी अधिकारी को नोट कराई, ताकि इन संचालकों पर कार्रवाई में किसी तरह की कोताही ना बरती जा सके. क्योंकि 50 लीटर से अधिक शराब पर बड़ी कार्रवाई की जाती है. दरअसल, शहर के मुख्य सड़कों पर संचालित ढाबों पर अंग्रेजी एवं देसी शराब बेची जा रही है. ऐसा नहीं कि इस मामले की जानकारी आबकारी विभाग या स्थानीय पुलिस को ना हो. लेकिन इन ढाबों पर खुलेआम शराब बेचने और पिलाने का कारोबार किया जा रहा है. एसडीएम अनिल बावरिया का कहना है कि ढाबों पर चेकिंग की गई. जिसमें बड़ी मात्रा में शराब बरामद हुई है. ढाबा संचालकों पर एफआईआर भी कराई जाएगी.