अनूपपुर। अनूपपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. विश्वनाथ सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. 30 वर्षों से कांग्रेस पार्टी में काम करने वाले विश्वनाथ सिंह कुंजाम ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. भाजपा प्रत्याशी व पूर्व खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने विश्वनाथ को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. विश्वनाथ सिंह के साथ कांग्रेस में पदाधिकारी रहे अधिवक्ता अखिलेश सिंह ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. Vishwanath Singh resign congress
विश्वासघात करने का आरोप : इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने वालों में सेवादल के अध्यक्ष जीतेन्द्र सोनी, मंडलम प्रभारी सकरा मान सिह, मोहन साहू आदि हैं. विश्वनाथ सिंह कहा कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आज से दो वर्ष पूर्व ही प्रदेश कार्यालय में यह कहा था कि किसी भी जिलाध्यक्ष को कांग्रेस उम्मीदवार नहीं बनाएगी और जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं और जिलाध्यक्ष के पद पर हैं, वे अपने पद से इस्तीफा दें. इसी क्रम में अनूपपुर जिले से जिलाध्यक्ष फुन्देलाल सिंह ने इस्तीफा दिया था. तब कमलनाथ ने जिलाध्यक्ष रमेश सिंह को यह कहकर बनाया था कि आपको चुनाव लड़वाना है, चुनाव लड़ना नहीं है. सथ ही मुझे यह आश्वासन दिया था कि 2023 का चुनाव लड़ना है. क्षेत्र में कड़ी मेहनत करो. Vishwanath Singh resign congress
जिलाध्यक्ष को क्यों बनाया उम्मीदवार : विश्वनाथ सिंह ने कहा कि जब फसल काटने का समय आया तो पार्टी ने जिलाध्यक्ष रमेश सिंह को उम्मीदवार बनाया. इस प्रकार कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं से एवं जनता से सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलती है. मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने अपने सभी कार्यकर्ताओ एवं दावेदारों को यह वचन दिया था कि किसी भी जिलाध्यक्ष को उम्मीदवार नहीं बनाएंगे. लेकिन कार्यकर्ताओं को बेवकूफ बनाकर कांग्रेस में कई जिलाध्यक्षों को पार्टी ने टिकट दिया. कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं से अपना वचन पूरा नहीं कर सकती एवं जनता को झूठ बोलकर सिर्फ और सिर्फ छलने का प्रयास कर रही है. Vishwanath Singh resign congress