अनूपपुर । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ऐसी महिलाओं को सलाम कर रहा है. जिन्होंने रूढ़िवादी सोच को दरकिनार कर सफलता की सीढ़ियों पर झंड़े गाढ़े है. ऐसी ही एक महिला खिलाड़ी राजगढ़ जिले की दीपाली गुप्ता हैं. जो जमुना कोतमा क्षेत्र से छ्त्तीसगढ़ स्टेट की बैडमिंटन चैंपियन हैं. इंडिया रैकिंग में टॉप टेन में भी रही चुकीं दीपाली गुप्ता मौजूदा वक्त में 28वें स्थान पर काबिज हैं. वर्तमान में दीपाली हैदराबाद में गुप्ता सुचित्रा एकेडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं.
इतनी बार बैंडमिंटन चैंपियन रहीं दीपाली
दीपाली गुप्ता अपने करियर में 13 वर्षीय वर्ग में एक बार स्टेट चैपिंयन रह चुकीं हैं. 16 वर्षीय वर्ग में स्टेज स्टेट चैंपियन,19 वर्षीय वर्ग में स्टेट चैंपियन और सीनियर वर्ग में आठ बार छत्तीसगढ़ स्टेट की बैडमिंटन चैंपियन रहीं हैं.
ऐसे चल पड़ा दीपाली की जीत का कारवां
ईटीवी भारत से खास चर्चा में दीपाली गुप्ता ने बताया कि उन्होंने बैडमिंटन का रूख अपने पिता से प्रभावित होकर किया और बस फिर बैडमिंटन को ही अपना लक्ष्य मान लिया. अपने मुकाम को हासिल करने के लिए दीपाली ने जी तोड़ मेहनत की.
दीपाली बताती हैं कि उन्होंने 12 साल की उम्र से ही बैडमिंटन में स्कूल की तरफ से नेशनल खेलने के लिए चयन हुआ था. जिसके बाद से दीपाली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. 13 साल की उम्र में 13 वर्षीय वर्ग बैडमिंटन चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ स्टेट चैंपियन बनीं. बस फिर तो लगातार आगे बढ़ने का कारवां बढ़ता चला गया और फिर आगे बढ़ते हुए पांच सालों से लगातार छत्तीसगढ़ की स्टेट चैंपियन बनीं.
ओलंपिक्स में मेडल लाने का है सपना
दीपाली गुप्ता का कहना है कि वह कभी हार नहीं मानती हैं. उनका सपना वर्तमान में वर्ल्ड चैंपियन और इंडिया चैंपियन से मुकाबला करना है. साथ में वो इंडिया के लिए ओलंपिक्स में मेडल लाना चाहती हैं जिसके लिए वह कड़ी मशक्कत कर रही हैं. दीपाली के पिता भी बैडमिंटन के क्षेत्र में खिलाड़ी रहे चुके हैं. जो अक्सर दीपाली के साथ मैदान में बैडमिंटन खेलते नजर आते थे. दीपाली कहती है कि वो खुद एक रोल मॉडल बनना चाहती हैं.
दीपाली का कहना है कि वह खुद एक रोल मॉडल बनना चाहती हैं. दीपाली का जज्बा खुद को बेहतर बनाने का है और अपने आपको एक ऊंचे मुकाम पर देखना चाहती हैं जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रही हैं. ईटीवी भारत इस बेटी के जज्बे को सलाम करता है.