अनूपपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते दुनियाभर में मचे घमासान के बीच मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को तीन महीने का राशन दिया जा रहा है. सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि गरीबों को कोई परेशानी न हो. इसी बीच अनूपपुर जिले में गरीबों ने एक बार फिर राशन देने की मांग की. जिसकी जानकारी मिलते ही कोतमा एसडीएम अमन मिश्रा खाद्य विभाग की टीम के साथ फुलकोना गांव पहुंचे.
ग्रामीणों की एक बार फिर राशन देने की मांग की जानकारी लगते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद जो जानकारी सामने आई वो चौंकाने वाली थी. बताया जा रहा है कि जिन लोगोंं ने सरकार से दोबारा राशन की मांग की है, उन्होंने पहले मिले राशन को दुकान पर बेच दिया है. इसके बाद फिर से राशन देने की मांग की है. जिसके बाद जानकारी एकत्रित करते हुए एसडीएम ने शिकायतकर्ताओं का पंचनामा बनाकर कार्रवाई करने का मन बना रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि फुलकोना निवासी ओमप्रकाश ने अपनी बुआ का 9 किलो अनाज किराना दुकान पर 16 रूपए किलो के भाव से बेच दिया था. इसके अलावा प्रताप घासीया नामक ग्रामीण ने 15 किलो गेंहू 24 रूपए किलो के हिसाब से बाल गोविंद गुप्ता की किराना दुकान पर बेच दिया था. इसी तरह अन्य ग्रामीणों ने भी दुकान पर सरकार से मिला राशन बेच दिया. इसके बाद दोबारा राशन की मांग करने लगे.
फिलहाल एसडीएम ने मौके पर पंचनामा बनाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं. कार्रवाई में उपभोक्ताओं को जुर्माना या राशन कार्ड निरस्त हो सकता है. किराना स्टोर वालों का बिक्री लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है. इस कार्रवाई में नायब तहसीलदार मनीष शुक्ला, खाद्य अधिकारी सीमा सिन्हा, सीईओ जनपद पंचायत बदरा अरुण भारद्वाज शामिल थे.