अनूपपुर। मध्यप्रदेश शासन के क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा ने अनूपपुर में संतों के खिलाफ मोर्चा खोला दिया. उन्होंने कहा कि पवित्र और प्राचीन नगरों में बाबाओं को बड़े-बड़े आलीशान आश्रमों में नहीं, बल्कि झोपड़ी में रहना चाहिए. कम्प्यूटर बाबा ने बाबाओं के कंक्रीट से बने मकान या फिर अवैध आश्रमों के निर्माण के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है.
कम्प्यूटर बाबा ने अवैध उत्खनन को लेकर सोन नदी का भ्रमण किया, जहां एक भी अवैध गाड़ी नदी में नहीं मिली. कम्प्यूटर बाबा के आने की खबर पहले ही अवैध उत्खनन करने वालों को मिल गई थी.
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि, नदियां हमारी धरोहर हैं, इन्हें संरक्षित करना हम सबका दायित्व है. इसके साथ ही उन्होंने अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि नदियां प्राकृतिक धरोहर हैं, मनुष्य समेत सभी प्राणियों-वनस्पतियों की जीवनदाता हैं. एक ज़िम्मेदार प्राणी होने के नाते हम सभी का दायित्व है कि, नदियों के संरक्षण और संवर्धन में आगे आकर योगदान दें.
कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास की सभी सहयोगी नदियों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सम्बोधित भी किया. उन्होंने कहा कि, नदी क्षेत्र में सिर्फ़ मैन्यूअल उत्खनन ही हो, अगर किसी विशेष परिस्थिति में मशीन का उपयोग जरूरी है, तो कलेक्टर की जांच के बाद जरूरत के मुताबिक नियमानुसार अनुमति दें.
इस दौरान उन्होंने प्रशासन और पुलिस को संयुक्त रूप से गश्त कर अवैध उत्खनन पर पैनी नज़र रखने के निर्देश दिए. कंप्यूटर बाबा ने नदियों के दोनों तरफ़ पौधारोपण करने और उन्हें संरक्षित कर वृक्ष बनाने के लिए कार्ययोजना बनाकर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की भी बात कही है.