अनूपपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में उतार-चढ़ाव के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मां नर्मदा की शरण में पहुंचे. बुधवार को सीएम भूपेश ने अमरकंटक में मां नर्मदा के दर्शन किए. यहां मुख्यमंत्री ने मां नर्मदा की पूजा-अर्चना के साथ ही अमरकंटक मंदिर परिसर में स्थित 11 रूद्र महादेव की भी करीब डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की. इसके बाद वह अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए. सीएम भूपेश बघेल के इस दौरे को सियासी लहजे में काफी अहम माना जा रहा है. हालांकि अमरकंटक प्रवास के दौरान भूपेश बघेल ने एक भी बार राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा नहीं की, न ही उन्होंने मीडिया के किसी सवाल का जवाब दिया.
भूपेश के अमरकंटक आगमन से सियासत तेज
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अमरकंटक आगमन के बाद से सियासी हलचल छत्तीसगढ़ में तेज हो गई है. जिसका कारण आने वाले समय में मुख्यमंत्री पद को लेकर देखा जा सकता है. लोगों का मानना है कि भूपेश अमरकंटक में मां नर्मदा की सेवा कर अपने पद को सुरक्षित रखने की प्रार्थना कर रहे हैं. अब देखना यह है कि पूजा-अर्चना के बाद क्या मैया की कृपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बरकरार रहेगी या नहीं.
इस दौरान छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि काश अमरकंटक मध्य प्रदेश की जगह छत्तीसगढ़ में होता, जिससे नर्मदा मैया की ज्यादा से ज्यादा सेवा करने का अवसर प्राप्त होता.
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राजनीति से बघेल ने बनाई दूरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन के अमरकंटक प्रवास पर हैं. उनकी इस यात्रा को आध्यात्मिक यात्रा माने या राजनीतिक यात्रा लेकिन एक बात तो तय है कि मुख्यमंत्री इस यात्रा में किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं. सुबह रायपुर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अनूपपुर जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय में हेलीकॉप्टर से उतरे. वहां से करंगरा गौरेला पहुंच मार्ग की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने अपना समय बैगा बच्चों के साथ भी बिताया. उन्होंने स्कूल पहुंचकर बैग बच्चों से पाठ्यक्रम की जानकारी ली और उनसे पूछा कब से कक्षाएं शुरू हुई है.
हॉलिडे होम्स में रात्रि विश्राम
अमरकंटक आगमन के बाद से सीएम भूपेश लगातार मंदिरों के दौरे कर रहे हैं. हॉलिडे होम्स में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम भी यहीं करेंगे, गुरुवार सुबह वह उठकर दोबारा मंदिर जाकर हाजिरी लगाएंगे. इसके बाद वह वापस अमरकंटक यूनिवर्सिटी से छत्तीसगढ़ की ओर रवाना होंगे.