अनूपपुर। इंसान की अपनी किसी खास जरूरत या मन्नत को पूरा करने और मन्नत पूरी होने पर ईश्वर का धन्यवाद देते हुए कई तरह के जतन करता है. कई खास मंदिरों और देवालयों में मान्यता पूरी करने के कई खास नियम भी हैं. इसी तरह की मान्यता अनूपपुर के एक मंदिर से जुड़ी हुई है. यहा माना जाता है कि मंदिर परिसर में बनी हाथी की प्रतिमा के पैरों के बीच से जो भी श्रद्धालु बिना किसी मुश्किल के निकल आते हैं उनकी मन्नत जरूर पूरी होती है. इसी मान्यता को निभाने के दौरान एक श्रद्धालु की जान मुश्किल में फंस गई. नर्मदा मंदिर अमरकंटक में दर्शन के दौरान एक श्रद्धालु मंदिर में बनी हाथी की प्रतिमा के बीच से निकल रहा था, इस दौरान वह बीच में ही फंस गया था. जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.
मंदिर में हाथी की प्रतिमा के बीचे में फंसा श्रद्धालु: दरअसल, अमरकंटक के नर्मदा मंदिर में काले पत्थर की हाथी और एक घोड़े की प्रतिमा स्थापित है. मान्यता है कि हाथी की प्रतिमा के नीचे से निकलने पर पाप-पुण्य की परीक्षा होती है. यह किवदंती है कि हाथी के नीचे से वही आगे बढ़ सकता है, जो पुण्यात्मा होता है. लिहाजा हाथी के नीचे से लोग रेंगकर या फिर रगड़कर पार कर खुद को पुण्य आत्मा सिद्ध करने की कोशिश करते हैं. इसी तरह एक श्रद्धालु हाथी की प्रतिमा के नीचे से निकल रहा था, इस दौरान वह बीच में फंस गया. जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, हालांकि यह घटना कब की है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन वायरल वीडियो पर लोग तरह तरह के कमेंट कर रहे हैं.
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नर्मदा मंदिर को बदनाम करने की साजिश: वीडियो को लेकर जब मंदिर के पुजारी से बातचीत की गई तो पुजारी वंदे महाराज ने बताया कि आज तक कभी ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है कि कोई व्यक्ति हाथी के नीचे से निकलने में फंसा हो. पुजारी ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार जहां-जहां शक्तिपीठ है, वहां पर दंडवत प्रणाम करना चाहिए. नर्मदा मंदिर हमारा 39वां पीठ है. यहां पर सभी लोग दंडवत प्रणाम करते हैं. उस प्रणाम करने की विधि अलग है. मंदिर आमने-सामने होने के कारण वहां पर दंडवत प्रणाम नहीं हो पाती. इसलिए श्रद्धालु हाथी के नीचे से निकलकर मां को दंडवत प्रणाम करते हैं. जब तक श्रद्धालु दोनों हाथ जोड़कर सामने नहीं रखेंगे, तब तक श्रद्धालु वहां से नहीं निकल पाएगा. 46 इंच तक की बॉडी हाथी के नीचे से निकल जाती है, जो भी वीडियो वायरल हो रहा है, वह नर्मदा मंदिर को बदनाम करने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह पुराना है. इस वीडियो में श्रद्धालु को फंसते हुए तो दिखाया गया है, लेकिन निकालने का नहीं दिखाया गया है. लिहाजा जिसने भी वीडियो डाला है, उसे पूरा डालना चाहिए. पुजारी ने कहा कि इस तरह का कृत्य करना मंदिर परिसर और लोगों के श्रद्धा को बदनाम करने की साजिश है. ऐसे लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए.
ऐसे बाहर निकला श्रद्धालु: काफी देर की मशक्कत के बाद कुछ लोगों ने कहा माई के जयकारे लगाओ और भक्त को खींचो.. बहुत देर तक तो वह व्यकित फंसा रहा, इसके बाद पास खड़े श्रद्धालुओं ने उसे आगे से खींचा तो कुछ श्रद्धालुओं ने पीछे से.. ऐसे करके जैसे-तैसे व्यक्ति बाहर निकल पाया. फिर बाद में अन्य श्रद्धालु भी इसी मान्यता को करने के लिए आगे बढ़े.
इससे पहले भी मामले आ चुके हैं सामने: कुछ समय पहले भी एक महिला अपने परिवार के साथ मन्नत मांगने मंदिर पहुंची थी, जब वह हाथी के नीचे से लेटकर निकलने का प्रयास करने लगी तो फंस गई थी, कड़ी मशक्कत के बाद ही महिला को बाहर निकाला गया था. हालांकि मंदिर के पुजारी ने आज तक ऐसी किसी भी घटना के होेने से इंकार किया है, हालांकि कि उन्होंने यह जरूर कहा कि मोटापा ज्यादा होने की वजह से कुछ श्रद्धालुओं को प्रतिमा के नीचे से निकलने में कुछ मुश्किलें जरूर आती हैं लेकिन लगभग 46 इंच की बॉडी आसानी से यहां से निकल सकती है.