अलीराजपुर। कोरोना महामारी के इस संकट के दौरान गरीबों को मिलने वाले नि:शुल्क राशन में विधायक मुकेश पटेल ने भारी हेराफेरी की आशंका जताई है. इस बारे में विधायक ने खाद्य विभाग से राशन आवंटन, परिवहन सहित अन्य जानकारियां मांगी हैं, लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी जानबूझकर जानकारी देने में देरी कर रहे हैं. विधायक पटेल ने आरोप लगाया कि इस बात से साफ जाहिर होता है कि जिले में राशन वितरण में कुछ बड़ा घोटाला किया जा रहा है.
विधायक का कहना है कि यदि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत से गरीबों को योजना की पात्रता के मुताबिक राशन उपलब्ध कराने में कोई गड़बड़ी मिलती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. विधायक ने इस संबंध में कलेक्टर को पत्र भी लिखा है.
पत्र में विधायक पटेल ने बताया है, विधानसभा क्षेत्र में संचालित उचित मूल्य की दुकानों और स्व सहायता समूहों द्वारा संचालित दुकानों पर ग्रामीणों को राशन जैसे गेंहु, चावल, चना दाल, केरोसिन, नमक, शक्कर आदि नहीं दिए जाने के संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिसके कारण जिला प्रशासन और जिले की छवि धूमिल हो रही है.
उन्होंने लिखा है कि भ्रमण के दौरान कई दुकानों पर पात्रता पर्ची के अनुसार राशन नहीं दिया जा रहा है. वहीं इंटरनेट नहीं चलने का बहाना बनाकर ग्रामीणों को देर तक दुकानों पर बैठाकर राशन के लिए इंतजार करवाया जाता है. कई महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों के साथ इस खतरनाक संक्रमण के दौरान परेशान हो रही हैं, लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है. जिसके बाद विधायक पटेल ने राशन दुकानों से संबंधित प्राप्त शिकायतों और उनके निराकरण के संबंध में भी जानकारी मांगी है.