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निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ महिलाएं पहुंची कलेक्ट्रेट, सौंपा ज्ञापन - निजी स्कूलों में फीस वसूली

आगर मालवा जिले में निजी स्कूलों की फीस वसूली के खिलाफ बड़ी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां कलेक्टर के नाम अधीक्षक भू-अभिलेख राजेश सरवटे को ज्ञापन सौंपा, साथ ही इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की.

Women submitted memorandum
महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन
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Published : Sep 9, 2020, 6:00 PM IST

आगर मालवा। लॉकडाउन के दौरान से ही कई प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस वसूली की जा रही है, जिसको लेकर अभिभावकों ने जगह-जगह प्रदर्शन भी किया. जिले की सैकड़ों महिलाओं ने निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली को लेकर कलेक्टर के नाम पर अधीक्षक भू-अभिलेख राजेश सरवटे को ज्ञापन सौंपा है.

Women submitted memorandum
महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में बताया गया है कि, निजी स्कूलों का संचालन बंद कर घरों से बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. ऑनलाइन पढ़ाई के एवज में अभिभावकों पर भारी-भरकम फीस भरने का दबाव बनाया जा रहा है. प्रतिदिन स्कूल प्रबंधन फीस के लिए फोन लगाते रहते हैं. हद तो तब हो गई, जब निजी स्कूल पहली और दूसरी क्लास के बच्चों के लिए भी फीस मांग रहे हैं, जबकि इस क्लास के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई तक नहीं कर रहे हैं.

ज्ञापन में यह भी बताया गया कि, निजी स्कूल प्रबंधन के मनमानी रवैए से अभिभावकों को छुटकारा दिलाया जाए. इस दबाव को कम करने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाया जाए. इस दौरान मांग की गई कि, कोरोना वायरस के चलते मध्यमवर्गीय परिवारों की स्थिति काफी खराब हो गई है, जिसकी वजह से फीस जमा करना मुश्किल होता जा रहा है, जिहाजा फीस माफ किया जाए.

आगर मालवा। लॉकडाउन के दौरान से ही कई प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस वसूली की जा रही है, जिसको लेकर अभिभावकों ने जगह-जगह प्रदर्शन भी किया. जिले की सैकड़ों महिलाओं ने निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली को लेकर कलेक्टर के नाम पर अधीक्षक भू-अभिलेख राजेश सरवटे को ज्ञापन सौंपा है.

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महिलाओं ने सौंपा ज्ञापन

ज्ञापन में बताया गया है कि, निजी स्कूलों का संचालन बंद कर घरों से बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. ऑनलाइन पढ़ाई के एवज में अभिभावकों पर भारी-भरकम फीस भरने का दबाव बनाया जा रहा है. प्रतिदिन स्कूल प्रबंधन फीस के लिए फोन लगाते रहते हैं. हद तो तब हो गई, जब निजी स्कूल पहली और दूसरी क्लास के बच्चों के लिए भी फीस मांग रहे हैं, जबकि इस क्लास के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई तक नहीं कर रहे हैं.

ज्ञापन में यह भी बताया गया कि, निजी स्कूल प्रबंधन के मनमानी रवैए से अभिभावकों को छुटकारा दिलाया जाए. इस दबाव को कम करने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाया जाए. इस दौरान मांग की गई कि, कोरोना वायरस के चलते मध्यमवर्गीय परिवारों की स्थिति काफी खराब हो गई है, जिसकी वजह से फीस जमा करना मुश्किल होता जा रहा है, जिहाजा फीस माफ किया जाए.

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