आगर मालवा। लाॅकडाउन ने छोटे व्यापारियों और सब्जी की खेती करने वाले किसानों की कमर भी तोड़ कर रख दी है. सुसनेर तहसील के कीटखेडी बांध की 100 बीघा डूब क्षेत्र की भूमि पानी कम होने से खाली हुई थी. इस जमीन पर राजस्थान के झालावाड़ और राजगढ़ जिले के माचलपुर से आए करीब 30 से भी अधिक परिवार सब्जी उगाने का काम करते और इससे मुनाफा कमाते थे. लेकिन लॉकडाउन की वजह से हालत ये हो गई है कि सब्जी तो बेचना दूर रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो रहा है. साथ ही अपने घर भी नहीं जा रहे हैं.
डूब क्षेत्र की जमीन लीज पर लौकी, तरबूज, करेला, भिंडी सहित दूसरी सब्जियों की खेती करते थे. इनका कहना है कि सब्जियों को खरीदने के लिए ग्राहक नहीं मिल रहे हैं. जिससे अब सब्जियां खराब होने लगी हैं. लॉकडाउन से पहले ये सब्जियों को झालावाड़, माचलपुर और सुसनेर के बाजारो में ले जाया करते थे, लेकिन अब खेत पर ही रहकर सब्जी बेच रहे हैं. जिससे ना के बराबर लोग यहां सब्जी लेने पहुंचते हैं.
ढाई हजार रूपये प्रति बीघा पर लीज पर लेते हैं जमीन
राजस्थान के झालावाड़ और माचलपुर के रहने वाले इन परिवारों ने डूब क्षेत्र की खाली भूमि उसके मालिकों से ढाई हजार रूपये प्रति बीघा की दर से लीज पर ली है. ऐसे में अब लागत भी निकलने की उम्मीद नहीं दिख रही है. महिला किसान सम्पत बाई और ममता बाई ने बताया कि मंगलवार को बाइक पर सब्जियां बांधकर जीरापुर की तरफ जा रहे थे कि पुलिस ने वापस लौटा दिया. सुसनेर में भी सुबह लगने वाली सब्जी मंडी पर प्रशासन ने रोक लगा रखी है. जिससे उनका धंधा चौपट हो गया है.