आगर मालवा| प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब के रूप में शहर का मान बढ़ाने वाला मोती सागर तालाब अपने हालातों पर आंसू बहा रहा है. अपने मुनाफे के लिए कुछ लोगों द्वारा डाले गए कमल फूल के बीजों के चलते लगभग आधे तालाब में कमल के फूल खिल गए हैं. इन फूलों के चलते तालाब का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है.
पिछले दो माह से तालाब में कमल के फूल खिल रहे हैं, लेकिन इन फूलों को हटाकर तालाब को सुरक्षित करने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. तालाब के साथ-साथ ये कमल के फूल महिलाओं के लिए बनाए घाट और तालाब के अन्य किनारों पर भी फैल गए हैं. जिसके चलते यहां कपड़े धोने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तेज सिंह चौहान ने कहा कि नगर पालिका ऐतिहासिक मोती सागर तालाब के रख रखाव पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. तालाब के कई घाटों पर कमल के फूल बड़ी संख्या में फैले हैं. इन फूलों से घाटों पर कोई भी हादसा हो सकता है.
वहीं जब नगर पालिका सीएमओ सीएस जाट से बात की तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित कर कमल के फूलों को हटाया जाएगा. वहीं अब कोई कमल के बीज डालते हुए मिलता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.