ETV Bharat / state

अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब, कमल के फूल बने मुसीबत

प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब मोतिसागर की इन दिनों हालत बहुत खराब है. आधे तालाब में कमल के फूल खिल गए हैं. इन फूलों के कारण तालाब का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है.

author img

By

Published : Jun 29, 2019, 11:27 PM IST

प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब

आगर मालवा| प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब के रूप में शहर का मान बढ़ाने वाला मोती सागर तालाब अपने हालातों पर आंसू बहा रहा है. अपने मुनाफे के लिए कुछ लोगों द्वारा डाले गए कमल फूल के बीजों के चलते लगभग आधे तालाब में कमल के फूल खिल गए हैं. इन फूलों के चलते तालाब का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है.

प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब

पिछले दो माह से तालाब में कमल के फूल खिल रहे हैं, लेकिन इन फूलों को हटाकर तालाब को सुरक्षित करने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. तालाब के साथ-साथ ये कमल के फूल महिलाओं के लिए बनाए घाट और तालाब के अन्य किनारों पर भी फैल गए हैं. जिसके चलते यहां कपड़े धोने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तेज सिंह चौहान ने कहा कि नगर पालिका ऐतिहासिक मोती सागर तालाब के रख रखाव पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. तालाब के कई घाटों पर कमल के फूल बड़ी संख्या में फैले हैं. इन फूलों से घाटों पर कोई भी हादसा हो सकता है.

वहीं जब नगर पालिका सीएमओ सीएस जाट से बात की तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित कर कमल के फूलों को हटाया जाएगा. वहीं अब कोई कमल के बीज डालते हुए मिलता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

आगर मालवा| प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब के रूप में शहर का मान बढ़ाने वाला मोती सागर तालाब अपने हालातों पर आंसू बहा रहा है. अपने मुनाफे के लिए कुछ लोगों द्वारा डाले गए कमल फूल के बीजों के चलते लगभग आधे तालाब में कमल के फूल खिल गए हैं. इन फूलों के चलते तालाब का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है. जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है.

प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा तालाब

पिछले दो माह से तालाब में कमल के फूल खिल रहे हैं, लेकिन इन फूलों को हटाकर तालाब को सुरक्षित करने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. तालाब के साथ-साथ ये कमल के फूल महिलाओं के लिए बनाए घाट और तालाब के अन्य किनारों पर भी फैल गए हैं. जिसके चलते यहां कपड़े धोने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तेज सिंह चौहान ने कहा कि नगर पालिका ऐतिहासिक मोती सागर तालाब के रख रखाव पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. तालाब के कई घाटों पर कमल के फूल बड़ी संख्या में फैले हैं. इन फूलों से घाटों पर कोई भी हादसा हो सकता है.

वहीं जब नगर पालिका सीएमओ सीएस जाट से बात की तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित कर कमल के फूलों को हटाया जाएगा. वहीं अब कोई कमल के बीज डालते हुए मिलता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:आगर मालवा
-- प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े तालाब के रूप में शहर का मान बढ़ाने वाला मोतिसागर तालाब इन अपने हालातों पर आंसू बहा रहा है। अपने मुनाफे के लिए कुछ लोगो द्वारा डाले गए कमल फूल के बीजों के कारण लगभग आधे भरे हुवे तालाब में कमल के फूल खिल गए है। इन फूलों के कारण तालाब का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। वही इस और जिम्मेदारों द्वारा बिल्कुल भी ध्यान नही दिया जा रहा है।


Body:बता दे कि शहर को ऐतिहासिक धरोहर के रूप में मिले व प्रदेश का दूसरे सबसे बड़ा तालाब का दर्जा प्राप्त मोतिसागर तालाब में खिले कमल के फूल भले ही आकर्षण का केंद्र बने हो लेकिन इन कमल के फूलों के कारण तालाब की स्थिति खराब हो रही है। वर्तमान में भरे हुवे तालाब में आधे से ज्यादा हिस्से में अज्ञात लोगों ने कमल के फूल ख़िलाने के लिए इसमें बीज डाल दिये थे अब इन बीजों ने फूलों का आकार ले लिया है। फूलों के कारण तालाब का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। पिछले दो से अधिक माह से तालाब में कमल के फूल खिल रहे है लेकिन इन फूलों का हटाकर तालाब को सुरक्षित करने की और आज तक जिमेदारो का ध्यान तक नही गया। वही अब बारिश का दौर आरम्भ हो गया है यदि समय से पहले इन फूलों को यहां से हटाया नही गया तो ये फूल बारिश में पूरे तालाब में फेल जाएंगे जिससे की बारिश के बाद जलस्तर में कमी का कारण ये फूल बनेंगे पानी की कमी का खामियाजा आगामी महीनों में शहरवासियों को भुगतना पड़ेगा।
बता दे कि तालाब के साथ-साथ ये कमल के फूल महिलाओं के लिए बनाए घाट तथा अन्य घाटों पर भी फेल गए है जिसके कारण यहां कपड़े धोने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन फूलों के कारण कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है।


Conclusion:शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तेजसिंह चौहान ने कहा कि नगर पालिका का ऐतिहासिक मोतिसागर तालाब के रखरखाव की और बिल्कुल भी ध्यान नही है। तालाब के कई घाटों पर कमल के फूल बड़ी संख्या में फैले हुवे है इन फूलों से घाटों पर कभी भी कोई हादसा घटित हो सकता है।
जब इस संबंध में नगर पालिका सीएमओ सीएस जाट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तालाब में अज्ञात लोगों द्वारा कमल के फूल के बीज डाले गए थे जिसके बाद तालाब में बड़ी संख्या में कमल के फूल फेल गए है। तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित कर कमल के फूलों को हटाया जाएगा। वही अब कोई कमल के बीज डालते हुवे मिलता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.