ETV Bharat / state

राशन मिलने में वेरिफिकेशन बना बाधा, गरीबों के सामने आई नई मुसीबत - उचित मूल्य दुकान

आगर मालवा में लॉकडाउन के बाद गरीबों के सामने अब एक नई मुसीबत आ गई है. इन्हें राशन लेने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है.

Biometric verification mandatory for taking ration
राशन लेने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य
author img

By

Published : Apr 24, 2020, 7:51 PM IST

Updated : Apr 25, 2020, 2:43 PM IST

आगर मालवा। जिले में लॉकडाउन की परेशानी झेल रहे गरीबों के सामने अब एक नई मुसीबत आकर खड़ी हो गई. जिस कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरा देश बंद है, गरीबों को राशन बांटने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसे में उचित मूल्य दुकान संचालक और ग्राहक दोनों को संक्रमण का खतरा डरा रहा है. जहां दुकानदार दुकान से राशन वितरण नहीं कर रहे, वहीं ग्राहक खुद इस प्रक्रिया से माल खरीद कर जान जोखिम में नहीं डालना चाहता.

राशन लेने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य

जिले में शहरी क्षेत्र की कुल 27 और ग्रामीण क्षेत्रों की 223 उचित मूल्य की दुकानों में दो माह का चावल भरा पड़ा है, जो गरीब के मुंह का निवाला बनने को तैयार है. मगर हर कोई सरकारी आदेशों के सामने विवश है. सरकार को जल्द ही इस मामले में कोई उचित निर्णय लेना चाहिए. नहीं तो हालात बेकाबू हो सकते हैं. अहीर मोहल्ला राशन दुकान के सेल्समैन राजेश चौहान ने बताया कि पूरी दुकान चावल से भरा है, लेकिन जब तक ऑफलाइन बिक्री के आदेश नहीं हो जाते, माल नही बेचूंगा. संक्रमण फैलने का डर है क्योंकि कई ग्राहक आएंगे. सबको सैनिटाइज करने के बाद भी संक्रमण का डर रहेगा. जिला आपूर्ति अधिकारी देवेन्द्र शर्मा का कहना है कि इस मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है. जल्दी ही समस्या का हल निकल जायेगा.

आगर मालवा। जिले में लॉकडाउन की परेशानी झेल रहे गरीबों के सामने अब एक नई मुसीबत आकर खड़ी हो गई. जिस कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरा देश बंद है, गरीबों को राशन बांटने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है. ऐसे में उचित मूल्य दुकान संचालक और ग्राहक दोनों को संक्रमण का खतरा डरा रहा है. जहां दुकानदार दुकान से राशन वितरण नहीं कर रहे, वहीं ग्राहक खुद इस प्रक्रिया से माल खरीद कर जान जोखिम में नहीं डालना चाहता.

राशन लेने के लिए बायोमिट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य

जिले में शहरी क्षेत्र की कुल 27 और ग्रामीण क्षेत्रों की 223 उचित मूल्य की दुकानों में दो माह का चावल भरा पड़ा है, जो गरीब के मुंह का निवाला बनने को तैयार है. मगर हर कोई सरकारी आदेशों के सामने विवश है. सरकार को जल्द ही इस मामले में कोई उचित निर्णय लेना चाहिए. नहीं तो हालात बेकाबू हो सकते हैं. अहीर मोहल्ला राशन दुकान के सेल्समैन राजेश चौहान ने बताया कि पूरी दुकान चावल से भरा है, लेकिन जब तक ऑफलाइन बिक्री के आदेश नहीं हो जाते, माल नही बेचूंगा. संक्रमण फैलने का डर है क्योंकि कई ग्राहक आएंगे. सबको सैनिटाइज करने के बाद भी संक्रमण का डर रहेगा. जिला आपूर्ति अधिकारी देवेन्द्र शर्मा का कहना है कि इस मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है. जल्दी ही समस्या का हल निकल जायेगा.

Last Updated : Apr 25, 2020, 2:43 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.