आगर मालवा। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी कल रात आगर मालवा के छावनी नाका चौराहा पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने एक सभा को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान भाजपा सरकार और RSS पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा जय श्रीराम बोलती है. वह कभी भी हे राम और जय सियाराम नहीं बोलती, क्योंकि उनके संगठन में महिलाओं की भागीदारी नहीं है. (Bharat jodo yatra in mp)
हमेशा जय सियाराम बोलेंः उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि भाजपा और संघ अपने संगठन में महिलाओं को नहीं रखते है. राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा का पलटवार आना बाकी है. इतना ही नहीं राहुल ने भाजपा सरकार को उद्योगपतियों की सरकार बताया. बोले, भाजपा सरकार ने सभी शासकीय संपत्तियों को निजी हाथों में सौंप दिया है. आजकल देश में मिलने वाली हर चीजों पर देश के 2-3 उद्योगपतियों का नाम लिखा मिलेगा. राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान बेरोजगारी महंगाई और महिला सशक्तिकरण के मुद्दों पर भी भाजपा सरकार को जमकर कोसा उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से कहा कि वह हमेशा जय सियाराम बोले. राहुल गांधी ने ऐसा बयान क्यों दिया किसी की समझ नहीं रहा, क्योंकि RSS की महिला शाखा विंग भी है. इतना ही नहीं उनकी जिले स्तर से लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक की पदाधिकारी भी होती हैं. यह अलग बात की संघ का पदाधिकारी सत्ता में पद पर नहीं रहता. (Fight again on rahul statement) (Always say jai siyaram said rahul gandhi)
Bharat Jodo Yatra 2 कुत्तों ने अनोखे अंदाज में किया राहुल गांधी का स्वागत, दिया एक खास संदेश
पहले भी संघ पर निशाना साधकर फंस चुके हैं राहुलः पहले भी राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान कुछ इसी तरह के बयान देकर खुद ही फंस चुके हैं. अब इस ताजा बयान के बाद भाजपा का जवाब आना भी लाजमी है. राहुल गांधी इसके पहले खंडवा में यात्रा के दौरान टंट्या मामा और भगवान बिरसा मुंडा की शहादत में संघ का हाथ होने की बात कहकर फंस चुके हैं. उन्हाेंने कहा था कि इन दोनों के शहीद होने में RSS ने अंग्रेजों का साथ दिया था. इस पर शिवराज सिंह ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा था कि राहुल गांधी की "मानसिक आयु बहुत कम है, राहुल या तो अपनी बुद्धि का इस्तेमाल नहीं करना चाहते या फिर उनके पास है ही नहीं". उन्हाेंने स्पष्ट किया था कि आदिवासी भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा आजादी की लड़ाई में 1900 के पहले ही शहीद हो चुके थे, जबकि संघ की स्थापना 1950 के बाद हुई थी. (In past rahul trapped by targeting sangh) (Bharat jodo yatra)