आगर। जिले के सुसनेर में शासन ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की आखिरी तारीख 31 मई तय की थी जो समाप्त हो गई. लेकिन रविवार को भी कई ऐसे किसान थे. जिन्होंने समर्थन मूल्य पर पंजीयन करवाया, लेकिन वह उपज बेचने से वंचित रह गए. जिसके बाद किसान रेस्ट हाउस पहुंचे और प्रशासन से फसल खरीदी की मांग की.
रविवार को संस्थाओं ने केवल उन किसानों की उपज खरीदी की जिन्हें पहले ही टोकन बांटे जा चुके थे. ऐसे में पिछले 5 दिनों से उपज भरे ट्रैक्टरों के साथ मयूर वेयर हाउस पर परेशान हो रहे किसानों की रविवार को उपज नहीं खरीदी गई. जिसके बाद ग्राम मगीसपुर, गणेशपुरा, खैराना, गोपलपुरा सहित कई अन्य ग्रामों के करीब 35 किसान स्थानीय रेस्ट हाउस पहुंचे और नायब तहसीलदार से समस्या बताई और अपनी उपज खरीदने की मांग की.
इस दौरान नायब तहसीलदार ने वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की, वहीं नोडल अधिकारी सुरेश शर्मा के मुताबिक गेहूं खरीदने की अंतिम तारीख 31 मई थी, ऐसे में जिन किसानों को पहले से ही टोकन बांट गए थे. संस्थाओं ने केवल उन्हीं किसानों से खरीदी की.
संस्थाओं की माने तो किसान समय पर अपनी उपज लेकर केंद्रों पर नहीं पहुंचे थे. इसलिए इन्हें टोकन नहीं मिल पाया. वहीं उन्होंने कहा की अगर शासन खरीदी की तारीख को आगे बढ़ाता है तो इन किसानों की उपज को खरीदा जा सकता है. जिसके बाद किसान निराश होकर वापस खरीदी केंद्र लौट गए.