अगर। गणित, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत जैसे कठिन विषयों को सरल बनाने का अनोखा तरीका इजाद करने वाले शिक्षक दशरथ मसानिया छात्रों को दोहा व कविता के रुप में आसानी से गाकर तालीम देते हैं. दशरथ मसानिया ने इन विषयों को चलीसा में तब्दील कर दिया है, जिससे स्कूल के बच्चे कक्षा में इन्हें दोहे और गीत की तरह गाकर अपने जहन में बैठा रहे हैं.
बता दें कि इस अनोखे तरीके को हर कोई पसंद कर रहा है, साथ ही इस नवाचार की बदौलत बच्चे कठिन से कठिन सवालों के उत्तर हल कर लेते हैं. दशरथ मसानिया को शिक्षा के क्षेत्र में दर्जनों पुरस्कार मिल चुके हैं, इतना ही नहीं शिक्षक दिवस के मौके पर भोपाल में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रदेश सरकार द्वारा मसानिया को सम्मानित भी किया गया.
उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य नंदकिशोर कारपेंटर ने बताया कि शिक्षक दशरथ मसानिया का नवाचार काबिले तारीफ है. वो कठिन प्रश्नों को भी अपने दोहों-चौपाइयों के माध्यम से आसान बना देते हैं. दूसरे स्कूलो में भी मसानिया के नवाचार के जरिये बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, जिससे बच्चे बोर नहीं होते हैं.