आगर मालवा। जिले के सुसनेर में 'गृहे- गृहे गायत्री यज्ञ' अभियान के अंतर्गत 31 मई रविवार गायत्री जयंती के अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में राष्ट्र की कुंडलिनी जाग्रत करने और जन-जन को यज्ञ और गायत्री की सनातन परंपरा से जोड़ने के लिए सुसनेर के 250 परिवारों में गायत्री हवन किए गए. इस दौरान इन घरों में गायत्री मंत्र के साथ महामत्युंजय मंत्र का उच्चारण कर विश्वशांति और कोरोना महामारी पर नियंत्रण की कामना को लेकर आहुतियां दी गई.
गायत्री परिवार के मांगीलाल शर्मा ने बताया कि सुसनेर के 250 परिवारों में गायत्री हवन किया गया है. जिसमें विश्वशांति की कामना और कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए गायत्री परिजनों ने अपने घरों पर सपरिवार हवन किया है. उन्होने कहां कि यज्ञ हमारी सनातन संस्कृति है और यज्ञ से परोपकार, लोकसेवा की शिक्षा मिलती है. पर्यावरण का शोधन होता है और गायत्री से सदबुद्धि की प्राप्ति होती है. रविवार को आगर जिले के साथ ही सुसनेर, नलखेड़ा, बड़ौद, सोयत, बड़ागांव के घरों में हवन किया गया.
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशन में गायत्री जयंती की पूर्व बेला पर 31 मई रविवार को एक साथ विश्व के 100 देशों में लगभग डेढ़ करोड़ परिवारों ने इस यज्ञ श्रृंखला में जुड़कर गायत्री मंत्र की आहुतियां समर्पित की हैं.
वैश्विक महामारी कोविड 19 के नियंत्रण एवं रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने के साथ कोरोना योद्धाओं डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सफाई सैनिक एवम अन्य सभी शासकीय, सामाजिक कार्यकर्ताओं, संगठनों का मनोबल बढ़ाने हेतु गायत्री मंत्र की 24 आहुतियों के साथ- साथ महामृत्युंजय मंत्र की 5-5 विशेष आहुतियां भी यज्ञ में समर्पित की गई.