भुवनेश्वर : भारतीय टीम के एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप से जल्दी बाहर होने से हताश हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने सोमवार को कहा कि कप्तान हरमनप्रीत सिंह का खराब फॉर्म चिंता का विषय है लेकिन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं होना ही भारत की हार का एकमात्र कारण नहीं है.
भारत को क्रॉसओवर मैच में न्यूजीलैंड ने पेनल्टी शूटआउट में हराया. निर्धारित समय तक स्कोर 3-3 से बराबर था. टिर्की ने कहा कि कप्तान या कोच बदलने की बात जल्दबाजी होगी क्योंकि विश्व कप अभी चल रहा है और भारत को नौवें से 16वें स्थान का क्लासीफिकेशन मैच खेलना है.
टिर्की ने कहा, हरमनप्रीत एफआईएच प्रो लीग में अच्छा खेल रहा था और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहा था. हमें उससे काफी अपेक्षायें थी लेकिन विश्व कप में अचानक उसका फॉर्म खराब होना चिंता का सबब है.
यह भी पढ़ें : Hockey World Cup 2023 : जर्मनी ने फ्रांस को 5-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह
टीम से लंबी मुलाकात करने वाले टिर्की ने कहा, टीम में कई उदीयमान ड्रैग फ्लिकर हैं. आधुनिक हॉकी में ड्रैग फ्लिकरों की भूमिका अहम है और हम इसके अनुसार रणनीति बनायेंगे. उन्होंने कहा, डेढ साल पहले ही हमने ओलंपिक कांस्य जीता और विश्व कप में क्वार्टर फाइनल में भी नहीं पहुंच पाना निराशाजनक है.
चार मैचों में भारत को 26 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन उनमें से पांच पर ही गोल हो सके और हरमनप्रीत ने दो गोल ही किए. टिर्की ने कहा, हमारे पास न्यूजीलैंड के खिलाफ जीतने का मौका था और हम 3-1 से आगे थे लेकिन जीत नहीं सके. हमने शूटआउट में भी मौके गंवाए. कहीं न कहीं जीता हुआ मैच हमने उनको दे दिया.
मुख्य कोच ग्राहम रीड ने रविवार को कहा था कि टीम को मानसिक अनुकूलन कोच की जरूरत है. टिर्की ने कहा कि उन्हें यह कोच दिया जाएगा. उन्होंने कहा, टीम को जो भी चाहिए, हम देंगे. जिस कोच की भी जरूरत होगी, हम देंगे. भारतीय टीम 26 जनवरी को जापान से पहला क्लासीफिकेशन मैच खेलेगी.