नीमच। जिले के मनासा थाना क्षेत्र में हत्या के प्रकरण में दो बदमाशों को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, लेकिन दोनों ही बदमाशों ने उच्चतम न्यायालय में अपील की थी, जिसके बाद अपराधियों को अंतरिम राहत देते हुए वर्ष 2009 में जमानत पर छोड़ दिया गया था. लेकिन एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दोनों दोषियों को वापस गिरफ्तार कर कनावटी जेल भेजा गया है.
दरअसल 14 जुलाई 1998 को दोनों बदमाशों के खिलाफ थाना मनासा पर हत्या और हरिजन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना की गई थी. जिसमें मंदसौर न्यायालय ने दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इस फैसले को आरोपियों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी, जहां सजा को बरकरार रखा गया. जिसके बाद दोनों दोषियों ने उच्चतम न्यायालय में अपील की.
सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम राहत देते हुए वर्ष 2009 में जमानत पर छोड़ा गया था, लेकिन एक बार फिर सजा को बरकरार रख कर थाना मनासा को आदेश दिया गया कि आजीवन कारावास के सजायाफ्ता बदमाशों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाए. निर्देशानुसार दोनों बदमाशों को सीजेएम न्यायालय नीमच में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया.