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उज्जैन के 5 गांव ने किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार, सालों से ट्रेचिंग ग्राउंड से परेशान है लोग - उज्जैन न्यूज

ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने को लेकर 14 गांव के रहवासी लगातार प्रशासन से मांग कर रहे थे. इसके बावजूद समस्या का हल नहीं होता देख ग्रामीणों ने अब पोस्टर अभियान शुरू किया है और मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की है.

5 गांव ने किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार
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Published : Apr 14, 2019, 2:50 PM IST

उज्जैन। घट्टीया तहसील के गांव गोदिया के ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर प्रशासन ने जागने में देरी कर दी. यहां काफी समय बीत जाने के बावजूद प्रशासन ने ग्रामीणों की परेशानी का हल नहीं निकाला, जिससे परेशान होकर गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की. साथ ही बैनर-पोस्टर लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.

5 गांव ने किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार

ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने को लेकर 14 गांव के रहवासी लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं. इसके बावजूद समस्या का हल नहीं होता देख ग्रामीणों ने पोस्टर अभियान शुरू किया था. लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इसे भी गंभीरता से नहीं लिया. गुरुवार को गंगेड़ी, राणाबड़, ब्रजराज खेड़ी, हासामपुरा, गोंदिया के ग्राामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर जगह-जगह 'ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाओ, गांव बचाओ' के बैनर लगाकर अन्य लोगों से भी मतदान का विरोध करने की अपील की.

ट्रेंचिंग ग्राउंड के कारण प्रदूषित हवा और कचरा जलने का धुआं सालों से 14 गांवों में गंभीर बीमारियां फैल रही हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि इसी कारण 71 लोगों की अकाल मौतें भी हो चुकी हैं. मामले को लेकर बुधवार को ही कलेक्टर ने नगर निगम में बैठक ली थी. ग्रामीणों का कहना है कि वह चुनाव प्रचार के लिए किसी भी दल के प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं देंगे. मतदान के दिन वोटिंग में भी भागीदारी नहीं करेंगे.

निगम ने 2004 में गोंदिया में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने की शुरुआत की थी. तब लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था, जिसके कारण निगम ने काम रोक दिया था, लेकिन 2015 से यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाकर शहर से निकलने वाला कचरा फेंका जा रहा है. महेंद्र देथलिया ने बताया कि निगम ने जो ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया है उसमें 2017 से आग लगी थी, तब से कचरे से लगातार धुआं निकल रहा है.

रात में हवा की दिशा के साथ होने से गांव का वातावरण दूषित हो रहा है. वहीं लोगों को भी सांस की बीमारी ज्यादा होने लगी है. कलेक्टर शशांक मिश्रा का कहना है गांव के लोगों से इस संबंध में चर्चा की जाएगी. निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि गोंदिया में कचरे का प्रसंस्करण वैज्ञानिक आधार पर किया जा रहा है. मेडिकल कैंप एवं रिपोटर्स भी नॉर्मल है.

उज्जैन। घट्टीया तहसील के गांव गोदिया के ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर प्रशासन ने जागने में देरी कर दी. यहां काफी समय बीत जाने के बावजूद प्रशासन ने ग्रामीणों की परेशानी का हल नहीं निकाला, जिससे परेशान होकर गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की. साथ ही बैनर-पोस्टर लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.

5 गांव ने किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार

ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने को लेकर 14 गांव के रहवासी लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं. इसके बावजूद समस्या का हल नहीं होता देख ग्रामीणों ने पोस्टर अभियान शुरू किया था. लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इसे भी गंभीरता से नहीं लिया. गुरुवार को गंगेड़ी, राणाबड़, ब्रजराज खेड़ी, हासामपुरा, गोंदिया के ग्राामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर जगह-जगह 'ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाओ, गांव बचाओ' के बैनर लगाकर अन्य लोगों से भी मतदान का विरोध करने की अपील की.

ट्रेंचिंग ग्राउंड के कारण प्रदूषित हवा और कचरा जलने का धुआं सालों से 14 गांवों में गंभीर बीमारियां फैल रही हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि इसी कारण 71 लोगों की अकाल मौतें भी हो चुकी हैं. मामले को लेकर बुधवार को ही कलेक्टर ने नगर निगम में बैठक ली थी. ग्रामीणों का कहना है कि वह चुनाव प्रचार के लिए किसी भी दल के प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं देंगे. मतदान के दिन वोटिंग में भी भागीदारी नहीं करेंगे.

निगम ने 2004 में गोंदिया में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने की शुरुआत की थी. तब लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था, जिसके कारण निगम ने काम रोक दिया था, लेकिन 2015 से यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाकर शहर से निकलने वाला कचरा फेंका जा रहा है. महेंद्र देथलिया ने बताया कि निगम ने जो ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया है उसमें 2017 से आग लगी थी, तब से कचरे से लगातार धुआं निकल रहा है.

रात में हवा की दिशा के साथ होने से गांव का वातावरण दूषित हो रहा है. वहीं लोगों को भी सांस की बीमारी ज्यादा होने लगी है. कलेक्टर शशांक मिश्रा का कहना है गांव के लोगों से इस संबंध में चर्चा की जाएगी. निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि गोंदिया में कचरे का प्रसंस्करण वैज्ञानिक आधार पर किया जा रहा है. मेडिकल कैंप एवं रिपोटर्स भी नॉर्मल है.

Intro:उज्जैन के समीप घट्टीया तहसील मे ट्रेचिंग ग्राउंड मामला…पांच गांव ने किया लोकसभा चुनाव का बहिष्कार घरो और मंदिरो व सार्वजनिक स्थान पर लगाये पेनर पोस्टरBody:उज्जैन के घट्टीया तहसील के गांव गोदिया के ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर प्रशासन ने जागने में शायद देरी कर दी। वजह है कि अब तक समस्या हल नहीं होने पर गुरुवार को पांच गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा कर बैनर लगा दिए। ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने के लिए 14 गांव के रहवासी लगातार प्रशासन से मांग कर रहे हैं। बावजूद समस्या का हल नहीं होते देख ग्रामीणों ने पोस्टर अभियान शुरू किया था लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इसे भी गंभीरता से नहीं लिया। नतीजतन गुरुवार को ग्राम गंगेड़ी, राणाबड़, ब्रजराज खेड़ी, हासामपुरा, गोंदिया के ग्राामीणों चुनाव का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर जगह-जगह टेम्पलेट ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाओ, गांव बचाओ के बैनर लगाकर अन्य लोगों से भी मतदान का विरोध करने की अपील की। याद रहे ट्रेंचिंग ग्राउंड के कारण प्रदूषित हवा व कचरा जलने के धुएं चार साल से 14 गांव में गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है इसी कारण 71 लोगों की अकाल मौतें भी हो चुकी हैं। मामले को लेकर बुधवार को ही कलेक्टर ने नगर निगम में बैठक ली थी।Conclusion:घट्टीया तहसील के गांवो मे पांच गांव के लोग बोले ट्रेंचिंग ग्राउंड का धुआं जानलेवा
चुनाव में किसी भी दल के प्रत्याशी को घुसने नहीं देंगे
उज्जैन 5 गांव के लोगों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। इनका आरोप है ट्रैंचिंग ग्राउंड से निकल रहा धुआ उनके लिए जानलेवा हो रहा है। ऐसे में चुनाव के दौरान किसी भी दल का प्रत्याशी को इन गांव में घुसने तक नहीं देंगे मतदान के दिन वोटिंग में भी भागीदारी नहीं करेंगे गंगेडी, हासमपुरा, राणाबड, ब्रजराजखेडी और गोंदिया के लोगों का कहना है निगम ने 2004 में गोंदिया में ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने की शुरुआत की थी। तब लोगों ने इसका जमकर विरोध किया था जिसके कारण निगम ने काम रोक दिया था लेकिन 2015 से यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाकर शहर से निकलने वाला कचरा फेंका जा रहा है महेंद्र देथलिया ने बताया कि निगम ने जो ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया हे उसमें 2017 से आग लगी थी तब से कचरे से लगातार धुआ निकल रहा है। दिन में धोने का ज्यादा असर नहीं होता लेकिन रात में हवा की दिशा के साथ होने से गांव का वातावरण दूषित हो रहा है लोगों को द में की बीमारी ज्यादा होने लगी है कलेक्टर शशांक मिश्रा का कहना है गांव के लोगों से इस संबंध में चर्चा की जाएगी। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कहा गोंदिया में कचरे का प्रसंस्करण वैज्ञानिक आधार पर किया जा रहा है। मेडिकल कैंप एवं रिपोटर्स भी नॉर्मल है।


बाईट------महेंद्र देथलिया सर पर टिका

बाईट-------राजेश रावल
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